चीन से लौटे तीन छात्रों की जांच में लापरवाहीदेश में हडक़म्प फिर भी सोया हुआ है टोंक चिकित्सा प्रशासन
कोरोना वायरस का प्रकोप: पहले ही दिन ढेर हुई चिकित्सा व्यवस्था
टोंक. कोरोना वायरस के प्रकोप के बचने के लिए यहां केन्द्र व राज्य सरकार विभिन्न इंतजाम कर रहे है। वहीं टोंक के चिकित्सा अधिकारी निर्देश देकर गहरी नींद में सोए हुए है। ऐसे में चीन से लौटे तीन छात्रों की २४ घंटे बाद भी किसी प्रकार की कोई जांच नहीं हुई है। जबकि प्रमुख चिकित्सा अधिकारी के अनुसार किसी भी व्यक्ति के चीन से लौटने के बाद २८ दिन तक उसके घर पर जाकर नियमित जांच किए जाने की व्यवस्था बताई गई थी, जो पहले दिन ही ढेर हो गई। टोंक में शनिवार देर रात लौटे गोरव के पिता भाग चंद चोपड़ा ने बताया कि रविवार देर शाम तक उसके घर पर कोई भी चिकित्सक व नर्सिंग कर्मचारी जांच के लिए नहीं आया। वहीं चौचिंग मेडिकल युनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे गोरव ने बताया कि चीन में बिना मास्क पहने कोई भी व्यक्ति घर से बाहर नहीं निकल रहा है। वहीं वुहान प्रांत को सीलपैक कर दिया गया है। युनिर्वसिटी प्रबंधन ने छुट्टिया एक मार्च तक बढऩे की संभावना जताई है। फिलहाल यह १६ फरवरी तक है। चीन में लगी इमरजेंसी लोग घरों में है कैद मालपुरा. चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते इमरजेंसी लगी हुई है। लोगों को अपने घरों में ही रहने की सलाह दिए जाने के चलते 8 0 से 90 प्रतिशत लोग अपने घरों में ही समय गुजार रहे हैं। इसके चलते वही चीन के बाजार बंद पड़े हैं । चीन के चोंचिंग से अपने वतन लौटे मालपुरा निवासी सौरभ चौधरी ने बताया कि वह चौंचिंग मेडिकल युनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। हालांकि वहां पर अभी कोरोना वायरस का प्रकोप नहीं है। चीन के अन्य प्रांतों में कोरोना वायरस से प्रकोप से दस हजार से अधिक लोग प्रभावित हैं। लगभग ढाई सौ से ज्यादा लोगों की मौत भी हो चुकी है। शहरों के बाजारों में चहल-पहल बंद सी हो गई हैं। शहरों में केवल इमरजेंसी सेवा ही चालू है। कॉलेज से आने से पूर्व उसकी पूरी जांच की गई। वहीं नई दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरने के बाद पूरी जांच किए जाने के बाद ही मालपुरा भेजा गया। यहां सकुशल पहुंचने पर पिता कैलाश चौधरी, दादा एवं मां सहित परिवारजनों में खुशी का माहौल है। वहीं सौरभ के परिवारजनों एवं मित्रों ने दिन भर कोरोना वायरस के प्रकोप के होने के बाद वहां के हालात की जानकारी ली। सकुशल पहुंचा रोहित टोडारायसिंह. चीन में कोरोना वायरस का प्रकोप होने के बाद टोडारायसिंह क्षेत्र के केरली निवासी रोहित गुर्जर रविवार को सकुशल घर पहुंचा। इधर, रविवार दोपहर २ बजे रोहित के सकुशल टोडारायसिंह स्थित घर पहुंचने पर परिजनों ने राहत की सांस ली। रोहित के पिता मदनलाल गुर्जर अध्यापक है। उन्होंने बताया कि रोहित हाल ही में चीन स्थित चौंचिंग मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। उक्त यूनिवर्सिटी में भारत के करीब ढाई सौ छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे थे। एयरपोर्ट में स्वदेश लोटने वालों की भीड़ बढऩे से पूर्व तय की गई फ्लाइट रद्द हो गई थी। आपात स्थिति में उन्हें टिकट बुक करवाना पड़ा। जहां निर्धारित २० से २५ हजार न्यूनतम किराया में डेढ़ गुना भार वहन करना पड़ा। शनिवार को देहली एयरपोर्ट में उतरने के बाद स्क्रीनिंग टेस्ट हुआ जहां पूर्णत: स्वस्थ पाए गए। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने उन्हें कोरोना वायरस का प्रकोप कम होने के बाद वापस लौटने की बात कही है। चीन से छात्रों के लौटने के बारे कोई सूचना नहीं है। छात्रों की नियमित २८ दिन तक जांच होना आवश्यक है। तीनों की कल से नियमित जांच की पुख्ता व्यवस्था की जाएगी। डॉ. नविन्द्र पाठक, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, टोंक
चीन से लौटे छात्रों के मामले में लापरवाही ठीक नहीं है। इस मामले में पीएमओ सहित अन्य से जवाब लिया जाएगा। केके शर्मा, जिला कलक्टर, टोंक