उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 52 स्थित टोंक व देवली के बीच छान एवं सरोली मोड़ पर जयपुर, कोटा, दिल्ली, हरिद्वार सहित अन्य बड़े शहरों को जाने व आने वाली रोडवेज बसों के रूकने का स्टेण्ड विभाग की ओर से निर्धारित है, लेकिन बस चालक-परिचालक विभागीय आदेशों की धज्जिया उड़ा अपनी मनमानी से बसों को निर्धारित स्टेण्ड पर रोकने के बजाय भीड़भाड़ की जगह चौराहों पर रोक सफर के लिए आने-जाने वाले यात्रियों को मौत के मुहाने पर ले जा रहे है।
वहीं रोडवेज बस चालकों की देखादेखी निजी लोक परिवहन बस सेवा के चालक-परिचालक भी अपनी मनमानी कर रहे है। गौरतलब है कि चालकों की मनामनी के चलते छान एवं सरोली स्टेण्ड पर कई बार दुर्घटना हुई, इसमें कई जाने गई है तो कई घायल होकर आज भी विभाग को कोस रहे है।
डिवाइडर पर खड़े होकर बसों का इंतजार उल्लेखनीय है की राष्ट्रीय राजमार्ग के चार लेन सडक़ निर्माण के समय सडक़ निर्माण कम्पनी ने छान एवं सरोली मोड़ पर जयपुर व कोटा जाने वाली लेन पर बस रूकने के स्टेण्ड का निर्माण कराया था, लेकिन रोडवेज बस चालक एवं परिचालक अपनी मनमानी के चलते वहा बसों को नहीं रोक भीड़ भाड़ स्थित चौराहे पर बसों को रोक दुर्घटना को निमंत्रण देते है।
बसों के निर्धारित स्टेण्ड पर नहीं रूक सडक़ के बीच रूकने से से यात्रियों को राजमार्ग किनारे डिवाइडर पर बैठकर या खड़े रहकर बसों का इंतजार करना पड़ता है तो सफर कर आने वाले यात्रियों को भी राजमार्ग किनारे डिवाइडर पर ही बस से उतरना पड़ता है, ऐसे में राजमार्ग पर वाहनां की आवाजाही बनी रहने से हमेशा दुर्घटना का भय बना रहता है।
रोडवेज बसें निर्धारित स्टेण्ड पर नहीं रूक भीड़-भाड़ वाले चौराहे पर रूक रही है, ऐसा जानकारी में नहीं है। जल्दी ही सभी चालक-परिचालक के लिए निर्धारित स्टेण्ड पर बस रोकने के आदेश जारी कर मौखिक दिशा-निर्देश भी जारी किए जाएंगे।
रामचरण गौचर, प्रबंधक राजस्थान राज्य परिवहन
निगम, टोंक
रामचरण गौचर, प्रबंधक राजस्थान राज्य परिवहन
निगम, टोंक