सिर्फ 17 केंद्रों पर
केंद्र सरकार ने महात्मा ज्योतिबा फु ले की जयंती से डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती 14 अप्रेल तक विशेष टीकाकरण दिवस की घोषणा की है, लेकिन रविवार की विशेष टीकाकरण दिवस के पहले दिन रविवार को ही वैक्सीन की कमी के कारण सिर्फ 17 केंद्रों में ही वैक्सीनेसन किया गया है, जिनमें 14 केंद्रों में कोविशिल्ड तथा तीन केंद्रों में को-वैक्सीन का टीकाकरण किया गया है। वैक्सीन का जिले में स्टॉक खत्म हुई दो दिन हो गए लेकिन, अभी तक नई खेप नहीं मिली है।
1 लाख 34 हजार 706 का हुआ टीकाकरण
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अशोक यादव ने बताया कि 16 जनवरी से शुरू हुए टीकाकरण अभियान में अब तक टोंक जिले में 10 अप्रेल तक 4 लाख 55 हजार में से सिर्फ 1 लाख 34 हजार 706 व्यक्तियों को ही वैक्सीन प्रथम व द्वितीय डोज लग पाई है, जो सिर्फ लक्ष्य का 22 फीसदी ही है। डॉ यादव ने बताया कि 1 लाख 18 हजार 385 प्रथम डोज व 16 हजार 321 द्वितीय डोज लोगों को दी जा चुकी है, जिसमें कोविशिल्ड की 1 लाख 18 हजार 105 व 4 हजार 800 को वैक्सिन की डोज शामिल है।
टीकाकरण के विश्ेष अथियान के तहत जिले में 17 स्थानों पर प्रथम व द्वितीय चरण का टीकाकरण किया गया है, जिसमें देवली में दो, निवाई में एक, टोंक ग्रामीण में चार, टोंक शहरी क्षेत्र में भी चार, उनियारा में चार व निवाई में तीन स्थानों पर कोरोना टीकाकरण किया गया है। यादव ने बताया कि जोधपुरिया, गुंसी व पुलिस लाइन में कोवैक्सीन व देवली, निवाई, टोंक ग्रामीण व शहरी क्षेत्र उनियारा में कोविशिल्ड की डोज दी गई है।
निवाई. कोरोना के बचाव के लिए लगाई जा रही वैक्सीन की डोज समाप्त होने से वैक्सीनेशन कार्यकम रुक गया है। बीसीएमओ डॉ.शैलेंद्रसिंह चौधरी ने बताया कि वर्तमान में वैक्सीन की सभी डोज समाप्त हो चुकी ह। राज्य सरकार के निर्देशानुसार उपखंड क्षेत्र में 80 हजार लोगों को कोरोना का टीका लगना है, लेकिन अभी तक 24 हजार लोगों के कोरोना से बचाव के टीके लग चुके है। चौधरी ने बताया कि वर्तमान में उपखंड क्षेत्र में 72 कोरोना पॉजिटिव केस एक्टिव है। डॉ.चौधरी ने बताया कि रविवार को डॉ.केएन मोदी विश्वविद्यालय में 3 तथा चैनपुरा में एक जना कोरोना संक्रमित मिले है।