read more:शराब ठेके का शटर तोड़ चोरी कर भाग रहे आरोपियों ने पुलिस पर की फायरिंग! पिछा कर रही पुलिस जीप को भी मारी टक्कर वहीं चिकित्सकों के समक्ष प्रतिदिन आउटडोर में प्राथमिक उपचार व परामर्श लेने वाले मरीजों का आंकड़ा आठ सौ से एक हजार के बीच पहुंच गया है। पिछले एक सप्ताह से मरीजों की संख्या बढऩे से इनडोर (वार्ड) में सौ से डेढ़ सौ मरीजों को भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। इधर, बेड के अभाव में मरीजों को बैंच पर लेटाकर ड्रीप, इंजेक्शन या अन्य उपचार करना चिकित्साकर्मियों की मजबूरी हो गई है। जिससे मरीज व कार्मिक दोनों को परेशानी से गुजरना पड़ रहा है।
read more:मालपुरा कर्फ्यू में आज रात नौ बजे तक 16 घंटे की रहेगी ढील – दूषित जलापूर्ति व मच्छरों ने बढ़ाए रोगीकस्बा निवासी सुनील भारत, विट्ठल पाटीदार, घनश्याम विजयवर्गीय, शिवराज शर्मा, अशोक सैनी समेत अन्य लोगों का कहना है कि जलदाय विभाग की अनदेखी के बीच बिछाई गई आपूर्ति पाइप लाइने अधिकांशत गंदे नालों के इर्द-गिर्द व क्षतिग्रस्त है, जिससे जलापूर्ति बंद होने पर दूषित पानी आपूर्ति लाइनों में भर जाता है तथा आपूर्ति के दौरान अधिकांश लाइनों में लम्बे समय तक गंदा पानी आपूर्ति होता है।
read more:एक दिसंबर को मुख्यमंत्री देंगे जयपुर को एक बड़ी सौगात, 10 स्थानों पर शुरू होगी जनता क्लिनिक पिछले पखवाड़े में खटीकान मौहल्ले व खिडक़ी बालाजी के निकट सर्कल के नजदीक गंदे पानी के निकासी नालो से गुजर रही पाइप लाइन क्षतिग्रस्त है। इसको लेकर कई बार विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। वहीं जगह-जगह पानी का भराव होने तथा गंदगी में मच्छरों की तादात बढ़ गई है।
इनका कहना है
सीएचसी को 30 से 50 बेड में क्रमोन्नत किया गया है, लेकिन अभी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पाई है। मौसम परिवर्तन के साथ मरीजों की संख्या बढ़ी है, फिर भी प्रबंधन किए जाने से समस्या जैसी कोई बात नहीं है।