होली चौक से लेकर बालिका विद्यालय तक बीच-बीच में ब्रेकर बने तो वाहन चालक धीरे चले तथा हादसा होने का भय नहीं रहे। कई बार तेज गति में दौड़ते वाहन चालक जोरदार बे्रक लगाते हैं जिससे आस पास के दुकानदार सहित ग्रामीण सहम जाते हैं। मंजू देवी,वार्डपंच पचेवर।
पुलिस प्रशासन दिन में एक दो बार कस्बे में सादा वर्दी में निगरानी रखे तो क्षेत्र में सबसे ज्यादा कम उम्र के बच्चे गुटखा,सीग्रेट,बीड़ी का सेवन करते हुए मिलेंगे। पुलिस उन्हें पकडकऱ उनके घर पर लाए तथा समझाए, जिससे युवा पीढ़ी नशे की आदी नहीं हो। दुकानदार पर चालान जैसी कार्यवाही करें। युवा पीढ़ी में पुलिस का भय बना रहे और नशे से छुटकारा मिले। लादी देवी साहू,पचेवर।
आज कल शाम होते ही हर चौराहे व तालाब की पाळ पर शराबियों का जमघट लगा रहता है, जिससे कस्बे में आए दिन लड़ाई झगड़ा होता रहता है। क्षेत्र में शराब बैचने वालों पर पर भी कार्रवाई करें। कई परिवार तो ऐसे है जिनकी महिलाएं मेहनत मजदूरी करती है और मुखिया शाम को शराब पीता है। इससे कई परिवार संकट से जूझ रहे हैं। भंवरी देवी जैन,पचेवर।
समय समय पर पुलिस प्रशासन रात्री चौपाल का भी आयोजन करें, जिससे आमजन पुलिस को अपनी पीड़ा बता सकें। एक वर्ष में दो चार बार कहीं पर भी गली-मोहल्लों में बैठकर ग्रामीणों व महिलाओं तथा बच्चों से पुलिस बात करे तो बहुत ज्यादा समस्याओं का तो चौपाल में ही निस्तारण हो जाए। – सुनीता देवी खंगार,पचेवर।