इसके साथ ही समारोह में मौजूद महिला, पुरूष एवं युवक-युवतियों की मौजूदगी में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। समाज अध्यक्ष चेतनकुमार जैन ने बताया कि आयोजित समारोह में दोपहर को सजे-धजे रथ में श्रीजी एवं जिनवाणी को विराजमान कर रथयात्रा गणिनी आर्यिका के सान्निध्य में मंदिर से रवाना हुई।
रथयात्रा के मंदिर पहुंचने पर समाज की ओर से स्वागत किया गया। इसके बाद शाम को श्रद्धालुओं ने भगवान की महाआरती कर पुण्य कमाया। दैनिक धार्मिक पूजन के बाद प्रवचन करते हुए गणिनी आर्यिका विशिष्ट मती ने कहा कि मनुष्य सांसारिक जीवन में रहकर भी नित्यकर्म बदलकर संतों के बताए मार्ग पर चलने लगे तो वह मोक्ष प्राप्ति का ही मार्ग होगा। इस मौके पर श्रवण कोठारी, हसंराज पाटनी, प्रकाशचंद जैन, संजय जैन, नीरज छाबड़ा, सुनील बैद, अविनाश कोठारी, संतरादेवी जैन, अंकिता कोठारी, संगीता जैन सहित सैकड़ों श्रद्धालु थे।
मालपुरा. उपखण्ड मुख्यालय पर श्री पाश्र्वनाथ दिगम्बर जैन मन्दिर स्थित अग्रवाल जैन धर्मशाला में गणिनी आर्यिका विशुद्व मति एवं आर्यिका विज्ञमति के सान्निध्य में दो दिवसीय पंच परमेष्ठी विधानार्चना के अन्तर्गत गुरुवार को को महाव्रत संस्करण दिवस विधिवत मंत्रोच्चार के साथ मनाया गया।
सुबह सुप्रभात वंदना, जिनाभिषेक, शांतिधारा, सकलीकरण मण्डल शुद्वि, आचार्य निमंत्रण के साथ मंत्रोच्चार के साथ विधान मण्डल आयोजित किया गया। वहीं बुधवार की रात्रि की रात्रि को जैन नवयुवक मण्डल की ओर से अंजन से निरंजन की और नाटिका का मंचन किया गया। वही शुक्रवार को आर्यिका विशुद्व मति का 14 वां दीक्षा जंयती समारोह को निष्क्रमण महासंस्कार दिवस पर विश्वशांति महायज्ञ एवं अनुष्ठान समापन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।