वहीं सरोवर के तट पर स्थित भगवान धरणीधर ,भगवान देवनारायण मंदिर, सत्यनारायण भगवान मंदिर, मांडकलेश्वर महादेव मंदिर सहित मंदिरों में श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था की गई। श्रद्धालुओं ने भजन संध्या समाप्त होने के बाद अल सुबह ही सरोवर में स्नान कर दीपदान किया।
श्रद्धालुओं का तालाब में स्नान का दौर दिन भर जारी रहा। वहीं करीब महीने भर चलने वाले पशु एवं व्यापारिक मेले का भी आगाज हुआ। मंदिरों में पूजा अर्चना के बाद श्रद्धालुओं ने मेले में जमकर खरीदारी की।मांडकला सरोवर में कार्तिक स्नान के लिए टोंक सहित कई स्थानों से पदयात्राएं भी आई।
सरोवर के तट पर स्थित विभिन्न समाजों के मंदिरों में समाज की ओर से विशेष सजावट रोशनी की व्यवस्था की गई। इस दौरान स्थानीय सरपंच घनिष्ठा सुवालका, ग्राम विकास अधिकारी त्रिलोक शर्मा, पूर्व वार्ड पंच कमलेश गौतम, हनुमान साहू आदि मौजूद थे।
एक लाख से अधिक हुई आय- मेला आयोजन से ग्राम पंचायत को भूमि टैक्स एवं पशु प्रवेश सहित विभिन्न करों से अब तक कुल एक लाख पच्चीस हजार रुपए की आय हुई है। यह जानकारी आयोजक ग्राम पंचायत सचिव त्रिलोक शर्मा ने दी।
कार्तिक पूर्णिमा पर महिलाओं ने किया दीपदान
निवाई. कार्तिक पूर्णिमा पर मंगलवार को शहर के विभिन्न मंदिरों में कई धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस दौरान एक माह तक कार्तिक स्नान करने वाली महिलाओं ने मंदिरों में पूजा अर्चना कर कहानी सुनी दान पुण्य किया। शाम को महिलाओं ने विभिन्न जलाशयों में दीपदान कर कार्तिक स्नान की पूर्णाहुति की। शहर के चारभुजानाथ मंदिर, राधागोपीनाथ मंदिर, राधादामोदर मंदिर, गोपाल मंदिर, नया मंदिर, लक्ष्मीनाथ मंदिर सहित विभिन्न आश्रमों में भी महिलाओं की भीड़ नजर आई।