ट्रस्ट की ओर से सुरक्षा की दृष्टि से निजी सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए। वहीं पुलिस प्रशासन की ओर से पूर्णिमा को देखते हुए मन्दिर के अन्दर बाहर सहित समूचे डिग्गी गांव में पुलिस के जवान तैनात किए गए। साथ ही मन्दिर में प्रवेश से पूर्व मुख्य दरवाजे पर सेनेटाइज की व्यवस्था की गई। मन्दिर मेंं केवल मास्क लगे श्रद्धालुओं को ही प्रवेश दिया गया।
इसके अलावा श्रद्धालुओं को दर्शनो के लिए जाते समय प्रसाद, मालाएं व अगरबत्ती के साथ प्रवेश नहीं दिया गया। वहीं कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर श्रीजी झांकी सजाई गई। वहीं प्रात: कार्तिक मास में पंच तीर्थ के उपवास रखने वाली महिलाओं ने विजय सागर तालाब में स्नान कर श्रीजी के दर्शन कर मन्दिर के बाहर समूह में बैठकर कार्तिक माह की कहानी सुनी।
वहीं शाम को महिलाओं ने विजय सागर तालाब में दीप दान कर कार्तिक माह की पूर्णाहुति की। वहीं कानून व्यवस्था बनाए रखने एवं कोविड-19 एडवायजरी की पालना को लेकर उपखण्ड अधिकारी डॉ.राकेश कुमार मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोरधन लाल सोकरिया, पुलिस उप अधीक्षक चक्रवर्ती सिंह ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
गुरुनानक जयन्ती पर निकाली प्रभातफेरी
निवाई. पूज्य सिंधी पंचायत के तत्वावधान में सोमवार सुबह गुरुनानक जयन्ती पर कायस्थों के मोहल्ले में स्थित गुरुद्वारे से प्रभातफेरी निकाली गई। प्रभातफेरी से पूर्व श्रद्धालुओं ने गुरु ग्रंथ साहिब की पूजा अर्चना कर दीप प्रज्वलित किया गया। तत्पश्चात गुरुनानक की झांकी के साथ प्रभात फेरी रवाना हुई। प्रभातफेरी गुरुद्वारे से रवाना होकर चारभुजानाथ मंदिर, बड़ा बाजार होकर अहिंसा सर्कल होते हुए सिंधी कॉलोनी पहुंची।
निवाई. पूज्य सिंधी पंचायत के तत्वावधान में सोमवार सुबह गुरुनानक जयन्ती पर कायस्थों के मोहल्ले में स्थित गुरुद्वारे से प्रभातफेरी निकाली गई। प्रभातफेरी से पूर्व श्रद्धालुओं ने गुरु ग्रंथ साहिब की पूजा अर्चना कर दीप प्रज्वलित किया गया। तत्पश्चात गुरुनानक की झांकी के साथ प्रभात फेरी रवाना हुई। प्रभातफेरी गुरुद्वारे से रवाना होकर चारभुजानाथ मंदिर, बड़ा बाजार होकर अहिंसा सर्कल होते हुए सिंधी कॉलोनी पहुंची।
जहां सिंधी समाज के श्रद्धालुओं ने अपने घरों के बाहर शोभा यात्रा पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। प्रभातफेरी सिन्धी कॉलोनी के विभिन्न मार्गों से निकलते हुए झूलेलाल धर्मशाला पहुंची, जहां मस्तराम मंडली के तत्वावधान में सुखमणी साहिब एवं गुरु नानक साहिब के भजन प्रस्तुत किए। कोरोना के चलते लंगर आयोजन को निरस्त कर दिया। प्रभातफेरी में समाज के संरक्षक चौधरीमल, उपाध्यक्ष कन्हैयालाल, मुरली करनाणी, जयरामदास, रामचंद्र, धर्मेंद्र, घनश्याम सहित कई श्रद्धालु मौजूद थे।