इस पर रोशनी ने गांव सहित बाहर से आए पंच पटेलों के बीच जाकर मृत्युभोज नहीं किए जाने की बात रखी। इस पर कुछ लोगों के अलावा सभी ने मृत्युभोज किए जाने को कहा, लेकिन रोशनी नहीं किए जाने की बात पर अड़ गई। इससे रोशनी के चाचा भंवरलाल असमंजस में पड़ गए कि वह पंच पटेलों की बात माने या रोशनी की। इस बीच नौकरीपेशा लोग रोशनी के समर्थन में खड़े हो गए।
इस पर जो रोशनी के विरोध में थे, वह भी रोशनी की बात से सहमत हो गए और मृत्युभोज नहीं किए जाने का संकल्प लिया। इस संकल्प में चन्द्रभान हॉस्पिटल टोंक के डॉ. चन्द्रभान, खुशीराम भांची, रामदयाल कुरेडा, प्रहलाद सोडा, अखिल भारतीय बैरवा कर्मचारी परिषद टोंक जिलाध्यक्ष व कृषि विभाग सहायक निदेशक झालावाड़ प्रहलाद मेहन्दवास सहित रामचन्द्र, रामजीलाल, धन्ना, देवा आदि ग्रामीण मौजूद थे।
पंचायत प्रसार अधिकारियों ने प्रदर्शन किया
निवाई. पंचायत प्रसार अधिकारियों ने प्रदेश संघ के आह्वान पर विभिन्न मांगों को लेकर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। पंचायत प्रसार अधिकारी बीरबल मीणा ने बताया कि सरकार से 11 सूत्री मांग पत्र पर हुए समझौते को लागू नहीं करने से संघ में आक्रोश व्याप्त है। इसे लेकर अधिकारियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करने वालों में पंचायत प्रसार अधिकारी बीरबल मीणा, पूरणमल टेलर, नाहरसिंह, कमलेश लक्षकार, पूरणमल जांगिड़ एवं हंसराज मीणा, ग्राम विकास अधिकारी भंवर सिंह आदि मौजूद थे।
इसी प्रकार पीपलू ग्राम विकास अधिकारी व पंचायत प्रसार अधिकारी ने काली पट््टी बांधकर
कार्य किया। सदाकत हसन व शिवजीराम खोखर ने बताया कि 24 जून 2017 को सहमति के सकारात्मक आदेश जारी करने की मांग को लेकर आंदोलन किया जा रहा है।