scriptआईएलआई सर्वे के लिए टीमों को थर्मल स्कैनर का किया वितरण | Distribution of thermal scanners for ILI survey | Patrika News

आईएलआई सर्वे के लिए टीमों को थर्मल स्कैनर का किया वितरण

locationटोंकPublished: May 17, 2021 09:57:25 am

Submitted by:

pawan sharma

उपखंड क्षेत्र के सोहेला में कार्यरत सभी सर्वे टीमों के प्रभारी को उपस्वास्थ्य केंद्र पर थर्मल स्कैनर भेंट किए गए हैं। एमपीडब्ल्यू भगवान सहाय मीणा, पीईईओ राधेश्याम बैरवा ने बताया कि पीपलू कार्यवाहक उपखंड अधिकारी प्रांजल कंवर के निर्देशानुसार सीएचसी पीपलू से प्राप्त थर्मल स्कैनर को सभी सर्वे टीमों को दिया गया। साथ ही इसके उपयोग किए जाने का भी प्रशिक्षण दिया गया।

आईएलआई सर्वे के लिए टीमों को थर्मल स्कैनर का किया वितरण

आईएलआई सर्वे के लिए टीमों को थर्मल स्कैनर का किया वितरण

पीपलू. उपखंड क्षेत्र के सोहेला में कार्यरत सभी सर्वे टीमों के प्रभारी को उपस्वास्थ्य केंद्र पर थर्मल स्कैनर भेंट किए गए हैं। एमपीडब्ल्यू भगवान सहाय मीणा, पीईईओ राधेश्याम बैरवा ने बताया कि पीपलू कार्यवाहक उपखंड अधिकारी प्रांजल कंवर के निर्देशानुसार सीएचसी पीपलू से प्राप्त थर्मल स्कैनर को सभी सर्वे टीमों को दिया गया। साथ ही इसके उपयोग किए जाने का भी प्रशिक्षण दिया गया।
इस दौरान सर्वे टीमों के प्रभारियों को निर्देशित किया कि वह आईएलआई (खांसी, जुकाम, बुखार) के मरीजों को डोर-टू-डोर सर्वे के दौरान गहनता से पूछताछ कर चिह्नित करने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण, वास्तविक एवं डाटाबेस सर्वे को फॉलो कर सामान्य लक्षणों वाले मरीजों को गम्भीर अवस्था में पहुंचने से रोका जा सकता है।
सर्वे टीमें आईएलआई के मरीज को मौके पर ही मेडिकल किट भी प्रदान करें तथा उसकी डोज को लेने की भी जानकारी प्रदान करें। इस दौरान एमपीडब्ल्यू भगवान सहाय मीणा ने कहा कि सर्वे के दौरान लोगों व्यक्तिगत स्वच्छता, भोजन से पहले एवं शौचालय उपयोग के बाद साबुन से हाथ धोने की सही विधि का इस्तेमाल करने के तरीकों की जानकारी दी। इस मौके एएनएम पुष्पलता सैनी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संतोष, तारामणि जैन आदि मौजूद रहे।
सुविधा और संसाधन के साथ स्टॉफ की दरकार

देवली. कोरोना संक्रमण के बाद चिकित्सा व्यवस्था की पोल खुलने लगी तो भामाशाहों का सहयोग मिला, लेकिन राजकीय चिकित्सालय में कोविड सेंटर शुरू होने के बाद भी मरीजों को प्रशासन के दावे के अनुरूप चिकित्सा व्यवस्था नहीं मिल रही है। ऐसे हालात में मरीजों को रैफर करने से मौतें तक हो रही है। प्रशासन के दावे अनुसार शहर में कोविड -19 संक्रमित व्यक्तियों के उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 29 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध है, जिनमे से 9 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भामाशाह द्वारा दिए गए है।
इसके साथ ही सीएचसी में वर्तमान में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेण्डर एवं दवाइयां उपलब्ध है। सीएचसी में विगत दिनों 30 बेड का कोविड वार्ड शुरू हो चुका है, जिसमें 24 घण्टे डाक्टर एवं नर्सिग स्टॉफ उपलब्ध है,लेकिन उपचार के लिए आ रहे मरीज को सुविधाओं की कमी के चलते रैफर भी किए जा रहे है। इस बीच गंभीर मरीज दूसरी जगह पहुंचते हुए जान तक गंवा रहे है। प्रशासन ने वर्तमान व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया तो मरीजों पर बीमारियां भारी पड़ती जाएगी।

देवली. कोरोना संक्रमण के बाद चिकित्सा व्यवस्था की पोल खुलने लगी तो भामाशाहों का सहयोग मिला, लेकिन राजकीय चिकित्सालय में कोविड सेंटर शुरू होने के बाद भी मरीजों को प्रशासन के दावे के अनुरूप चिकित्सा व्यवस्था नहीं मिल रही है। ऐसे हालात में मरीजों को रैफर करने से मौतें तक हो रही है। प्रशासन के दावे अनुसार शहर में कोविड -19 संक्रमित व्यक्तियों के उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 29 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध है, जिनमे से 9 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भामाशाह द्वारा दिए गए है।
इसके साथ ही सीएचसी में वर्तमान में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेण्डर एवं दवाइयां उपलब्ध है। सीएचसी में विगत दिनों 30 बेड का कोविड वार्ड शुरू हो चुका है, जिसमें 24 घण्टे डाक्टर एवं नर्सिग स्टॉफ उपलब्ध है,लेकिन उपचार के लिए आ रहे मरीज को सुविधाओं की कमी के चलते रैफर भी किए जा रहे है। इस बीच गंभीर मरीज दूसरी जगह पहुंचते हुए जान तक गंवा रहे है। प्रशासन ने वर्तमान व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया तो मरीजों पर बीमारियां भारी पड़ती जाएगी।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो