टाटा ट्रस्ट के डॉ. ईसा प्रसाद भागवत कहा कि राष्ट्रीय पोषण मिशन की गतिविधियों के सफल क्रियान्वयन को लेकर पहले चरण में जिले की 20 आंगनबाड़ी केन्द्रों का सुदृढ़ीकरण किया गया है। सरपंच भंवरलाल यादव को पोषण जागृत पंचायत के रूप में प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया।
इससे पूर्व प्रभारी सचिव ने आंगनबाड़ी के पीछे मैदान में पौधारोपण किया। कार्यक्रम द्वारा राष्ट्रीय पोषण मिशन जागरूकता रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर कैलाश चन्द शर्मा, उपखण्ड अधिकारी हरिताभ आदित्य, विकास अधिकारी हनुमान मीणा, महिला बाल विकास की उपनिदेशक मंजू चौहान, उपसरपंच रामगोपाल विजय, वार्ड पंच ममता विजय आदि मौजूद थे।
फर्नीचर खरीद में दी 20 प्रतिशत की छूट
टोंक. गांधी खेल मैदान में चल रहे राजस्थान पत्रिका के मेगा ट्रेड फेयर में इन दिनों लोगों की भीड़ उमड़ रही है। शहर समेत जिलेभर के लोग एक छत के नीचे आसान व सस्ती सामान खरीदने के लिए उमड़ रहे हैं। इसके साथ ही लोगों को मौका मिला है, परिवार के साथ मेले में घूमने का। इसके चलते लोग इसका फायदा उठा रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर लोगों के रुझान को देखते हुए सहरानपुर के मशहूर फर्नीचर की खरीद में 20 प्रतिशत की छूट दी गई है। ये छूट मेला समाप्ति तक रहेगी। मेला प्रभारी जावेद आलम ने बताया कि ये फर्नीचर आसाम की लकड़ी से बना हुआ है। इसमें खास बात ये है कि ना तो दीमक लगती है और ना ही कीट लगते हैं।
ऐसे में लोग इसे खासा पसंद कर रहे हैं। मेला प्रभारी ने बताया कि मेला परवान पर है। मेले में क्रॉकरी, खिलौने, कपड़े, जूते, किताबें, फर्नीचर, आचार समेत घर की जरूरत का हर प्रकार का सामान मिल रहा है। ये सामान देश भर में मशहूर है।
डिग्गी में जलझूलनी मेले की जिम्मेदारियां सौंपी
मालपुरा. पर्यटन विभाग व कला संस्कृति विभाग के सहयोग से जलझूलनी एकादशी मेला आयोजन समिति व रामदास मन्दिर ट्रस्ट की ओर से डिग्गी गांव में जलझूलनी एकादशी पर होने वाले मेले के आयोजन को लेकर गुरुवार शाम गढ़ परिसर में रामप्रताप सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें मेले के सफल आयोजन को लेकर जिम्मेदारियां सौंपी गई।
बैठक में रामदास मन्दिर ट्रस्ट के अध्यक्ष रामप्रताप सिंह ने बताया कि जलझूलनी एकादशी मेले में 20 सितम्बर सुबह 9 बजे कार्यक्रम विधिवत शुरू होंगे। दोपहर के समय गढ़ प्रागंण में सांस्कृतिक कार्यक्रम व ढोलक झांझया व अलगोजा प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। बैठक में सभी सदस्यों को अलग-अलग कार्यक्रम की जिम्मेदारियां सौंपी गई। बैठक में छोगालाल गुर्जर, लाला, प्रतापसिंह, रघुवीर गुर्जर आदि मौजूद थे।