केस एक
निवाई उपखण्ड के मुडिया प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में अगस्त २०१८ से होम्योपैथिक चिकित्सक अंजुम माचीवाल नियुक्त है। चिकित्सक माचीवाल ने बताया कि नियुक्ति के बाद से अब तक दवाएं नहीं मिली है। वहीं बाहर की दवा लिखी नहीं जा सकती। ऐसे में मरीजों को कौनसी दवा लिखे यह उच्चाधिकारियों से कई बार पूछा जा चुका है, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
केस दो
निवाई सामुदायिक चिकित्सालय में नियुक्त होम्योपैथिक चिकित्सक सतपाल सिंह ने बताया पिछली बार दवाएं डेढ़ साल पहले मिली थी, जिसमें अब कुछ ही शेष बची है, जिनसे सामान्य रोग का भी उपचार संभव नहीं है। उच्चाधिकारियों को आधा दर्जन बार स्थिति से अवगत कराया जा चुका है।
केस तीन
अहमदपुरा चौकी स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में नियुक्त चिकित्सक बुद्धीप्रकाश ने बताया कि फरवरी २०१८ के बाद दवाएं नहीं मिली है। प्रतिदिन आइ-दस रोगियों को उपचार भी लिखा जा रहा है। मासिक प्रगति रिपोर्ट के साथ दवाओं की मांग प्रतिमाह नियमित भेजी जा रही है।
केस चार-
सामुदायिक चिकित्सालय देवली में नियुक्त होम्योपैथिक चिकित्सक लेखराज चौधरी ने बताया कि तीन वर्ष में मात्र दो बार दवाओं की आपूर्ति हुई है। अभी दवा आए एक वर्ष हो ुचका है। आवश्यक दवाएं एमआरएस से मंगवा रहे है। मरीजों को आधी-अधूरी दवाएं देनी पड़ रही है, जिनसे उपवार संभव नहीं हो रहा है। प्रतिदिन २०-२५ मरीज आ रहे है।
एनआरएचएम के नोडल केन्द्र अजमेर को होम्योपैथिक दवाओं की मांग नियमित रूप से भेजी जा रही है। दवाएं आने पर संबंधित केन्द्रों को भेज दी जाएगी।
गंगासहाय, समन्वयक, आयुष विभाग, टोंक उच्चाधिकारियों के निर्देश के अनुसार उक्त पांचों केन्द्रों पर दस-दस हजार रुपए स्वीकृत किए जा रहे है, जिनसे आवश्यक दवाएं खरीदी जाएगी। ताकि मरीजों को उपचार मिल सके।
अशोक यादव, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, टोंक
गंगासहाय, समन्वयक, आयुष विभाग, टोंक उच्चाधिकारियों के निर्देश के अनुसार उक्त पांचों केन्द्रों पर दस-दस हजार रुपए स्वीकृत किए जा रहे है, जिनसे आवश्यक दवाएं खरीदी जाएगी। ताकि मरीजों को उपचार मिल सके।
अशोक यादव, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, टोंक