जिस पर उन्होनें इसे गम्भीरता से लेते हुए जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया था। मामले को लेकर निदेशालय, चिकित्सा,स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सेवा की ओर ने जिले की चिकित्सक विहीन 11 पीएचसी पर चिकित्सक लगाने की स्वीकृति जारी की है। यादव ने यह भी बताया कि जिले के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपल्ब्ध करवाने के लिए विभाग की ओर से प्रयास किए जा रहे है।
यादव ने बताया कि चिकित्सक विहिन सीएचसी पर ही आने वाले नए चिकित्सकों को लगाया जाएगा। जिससे कोराना काल में क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं में लाभ मिल सकेगा। यादव ने यह भी बताया कि निदेशालय के आदेशानुसार नए आने वाले चिकित्सकों में से किसी को भी जिला स्तरीय अस्पताल में नही लगाया जाएगा। सभी11 चिकित्सकों की ग्रामीण क्षेत्रों में ही पदस्थापना की जाएगी।
यहां के लिए मिली स्वीकृति… सीएमएचओ यादव ने बताया कि आने वाले चिकित्सकों को देवली खण्ड में पीएचसी देवड़ावास, पीएचसी देवली गांव, निवाई खण्ड में पीएचसी श्रीरामपुरा उर्फ नयागांव, खण्ड टोंक में पीएचसी सांखना, पांसरोटिया, कठमाना, पराना, गहलोद बगड़ी (कुल सात पद) व खण्ड उनियारा में पीएचसी सोप में नियुक्त किया जाएगा।