मामले में तत्कालीन विकास अधिकारी रणधीर सिंह द्वारा थाना मालपुरा में ऐसे अज्ञात लोगों के खिलाफ जिनके खातों में राशि हस्तान्तरित हुई है, उनके खिलाफ मामला दर्ज करवाने के बाद भी नौ माह निकल जाने के बावजूद पुलिस मामले में कोई सुराग नहीं लगा पाई है।
जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत ग्रामीण लाभार्थियों को आवास स्वीकृति के लिए जियो टेगिंग एवं भुगतान सम्बन्धी कार्य ऑन लाइन सम्पादित किया जाता है।
इस कार्य में लाभार्थियों को आवास स्वीकृति की प्रथम किश्त ऑनलाइन उनके बैंक खातों में स्थानान्तरित की जाती है। प्रथम किश्त के रूप में प्रति लाभार्थी को 30 हजार रुपए का भुगतान करने की पत्रावलियां तैयार की गई, जिसमें कुल 86 लाभार्थियों को भुगतान करना था।
ऑनलाइन भुगतान के समय 14 लाभार्थियों की प्रथम किश्त की कुल 4 लाख 20 हजार रुपए की राशि अन्य लोगों के खातों में स्थानान्तरित होने के कारण इन लोगों को आज तक योजना के तहत एक रुपया नहीं मिला है।
सभी के 30-30 हजार रुपए की प्रथम किश्त की राशि ऑनलाइन भुगतान होनी थी, लेकिन साइबर क्राइम के चलते इन सभी लाभार्थियों की राशि की ऑर्डर शीट स्वत: 26 जून 2018 को जनरेट हो गई तथा अन्य लोगों के खातों में इनकी राशि चली गई।
मामले की जानकारी मिलते ही तत्कालीन विकास अधिकारी रणधीर सिंह द्वारा ऐसे अज्ञात लोगों के खिलाफ जिनके खातों में राशि हस्तान्तरित हुई है 13 जुलाई को थाना मालपुरा में मामला दर्ज करवाया, लेकिन मामले में पुलिस आज तक कोई ठोस सुराग नहीं जुटा पाई है।
इनके ख्वाब आज भी है अधूरे मालपुरा उपखण्ड के आंटोली ग्राम पंचायत के सीता पुत्री छोगा बैरवा, ग्यारसी पुत्री रामचन्द्र बैरवा, छोटी देवी बागरिया पुत्री गोरधन, इन्दौली ग्राम पंचायत के हिण्डौला के सरदार पुत्र रामदेव गुर्जर, किरावल ग्राम पंचायत के द्वारकापुरी बुढी की हरफुली पुत्री देवकरण गुर्जर, मीरा देवी पुत्री कजोड़ गुर्जर, रतनी पुत्री घीसा गुर्जर, प्रभु देवी पुत्री मांगू गुर्जर, चैनपुरा ग्राम पंचायत के अरणिया ग्राम की अनोख देवी पुत्री रामदेव जाट, चबराना ग्राम पंचायत के प्रकाश पुत्र मुलाराम बैरवा, कुटका के भगवती देवी पुत्री छज्जु सिंह, चावण्डिया ग्राम पंचायत के पिपल्या के मूलसिंह पुत्र गुलाब सिंह, टोरडी ग्राम पंचायत में जनकपुरा की गीता देवी पुत्री नन्दा जाट एवं डिग्गी ग्राम पंचायत के प्रतापपुरा की रामप्यारी पत्नी गणेश दरोगा शामिल है।
यह कहते है थाना प्रभारी
थाना प्रभारी नवनीत व्यास ने बताया कि मामले में जांच दल मध्यप्रदेश भेजा गया था लेकिन जांच में थाने में दर्ज लोगों के पते सही नहीं मिलने से परेशानी आ रही है। बैंक खातों की नकलें मंगवाई गई है, जांच चल रही है।
थाना प्रभारी नवनीत व्यास ने बताया कि मामले में जांच दल मध्यप्रदेश भेजा गया था लेकिन जांच में थाने में दर्ज लोगों के पते सही नहीं मिलने से परेशानी आ रही है। बैंक खातों की नकलें मंगवाई गई है, जांच चल रही है।
इधर, विकास अधिकारी राजेश्वरी यादव ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्चाधिकारियों को पत्र प्रेषित कर अग्रिम कार्रवाई के लिए मार्गदर्शन मांगा है, जिससे योजना के लाभार्थियों को उनकी सहायता राशि
मिल सके।
मिल सके।