ये घटना बस स्टैण्ड के बाहर स्थित बजरंगलाल रामपाल जैन फर्म के मालिक पदमचंद जैन के साथ हुई। पीडि़त ने बताया कि वे प्रतिदिन रात 8 बजे दुकान बंद कर घर चले जाते हैं, लेकिन शनिवार रात किसी ग्राहक के देरी से आने से उन्हें देरी हो गई और रात 10 बजे दुकान बंद की।
इस दौरान वे दुकान बंद कर चाबियों का बैग व दिनभर कमाई राशि लेकर घर लौट रहे थे। गुरुद्वारा रोड से दो बाइक सवार युवकों ने उनका पीछा शुरू कर दिया। इसकी भनक व्यापारी पदमचंद को लगी तथा वे पुलिस थाने क्वार्टर के पीछे व बैंक वाली गली से तेली मोहल्ले में घुस गए।
इस दौरान बाइक सवार एक बार तो उनके पीछे से आए तथा आगे निकल गए। वहीं कुछ मिनट बाद वे फिर से सामने से आए। उन्होंने पास आकर मिर्च पाउडर व्यापारी की आंखों में फेंक दिया। इससे व्यापारी घबरा गया तथा युवकों का विरोध किया। कुछ दिखाई नहीं देने के बावजूद विरोध करते रहे।
इस दौरान समीप के लोग घर से बाहर निकलने लगे। इसके बाद आरेपी बाइक लेकर भाग छूटे। इस बीच व्यापारी कुछ दिखाई नहीं देने के चलते नाली में गिर गया। घटना के बाद लोगों ने उन्हें सम्भाला तथा निजी हॉस्पीटल में ले जाकर उपचार कराया। घटना के बाद रात 11 बजे पीडि़त पदमचंद जैन परिजनों सहित थाने पहुंचे तथा रिपोर्ट दी।
रविवार को घटना की शहर में दिनभर चर्चा होती है। उल्लेखनीय है कि इसी तरह की घटना वर्षों पहले वार्ड 10 विवेकानंद कॉलोनी निवासी व किराणा व्यापारी निहालचंद जैन के साथ हुई। जैन भी दुकान बंद कर घर लौटे रहे थे। इस बीच त्रिपाठीजी के हत्थे के समीप बाइक सवारों ने उनकी आंखों में मिर्च डालकर रुपयों का बैग छीनने का प्रयास किया था, लेकिन आरोपी असफल रहे।
साहस से बचे 30 हजार रुपए
पीडि़त व्यापारी ने बताया कि आंखों में मिर्च पाउडर जाते ही उनकी आंखों मेें तेज जलन शुरू हो गई। इसके चलते उन्हें कुछ भी दिखाई नहीं दिया, लेकिन समझ गया कि, उनके साथ गलत होने वाला है।
इस दौरान जैसेे ही युवकों ने बैग छीनने का प्रयास किया, लेकिन व्यापारी इसका विरोध करने लगा तथा करीब दो से तीन मिनट तक युवकों को पास नहीं फटकने दिए। इसके बाद आवाज सुनकर समीप के लोग आ गए तथा व्यापारी लूट से बच गया। इधर, उपचार के बावजूद रविवार सुबह तक पीडि़त की आंखें मिर्च पाउडर से जलती रही।