विद्युत कटौती व लोड सेङ्क्षडग के कारण बोर्ड परीक्षार्थियों को गर्मी व अधेरे से परेशानी हो रही है। साथ ही कई छोटे रोजगार भी बिजली कटौती के कारण प्रभावित हो रहे है। बिजली की अनियमितता के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में किसान व लोग परेशान हो रहे है। अधिकाशं ग्रामीण क्षेत्रों में ई-मित्र कियोस्क सहित अन्य बिजली आधारित अन्य कार्य में बाधा आ रही है।
बिजली कटौती उन्हीं क्षेत्रों में की जा रही है जहां पर कोई फाल्ट हो, या रखरखाव का कार्य किया जाना हो। इसके अलावा राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड की ओर से लोड सेंडिग करने पर उनके पास कोई सूचना नहीं आती है। प्रसारण निगम की ओर से लोड सेङ्क्षडग के कारण बिजली आपूर्ति बंद रखने का निर्णय निगम स्तर से होता है।
प्रतिदिन बढ़ रही खपत
निगम के अनुसार गर्मी बढऩे के साथ ही जिले में प्रतिदिन बिजली की खपत भी बढ़ रही है। जहां एक अप्रेल को जिले में 27 लाख 66 हजार 586 लाख प्रति यूनिट की मिली थी, जो अब 19 अप्रेल तक प्रतिदिन बढ़ कर 34 लाख 92 हजार 205 लाख यूनिट पर पहुंच गई है। जबकि गत वर्ष अप्रेल माह में ही 26 लाख 58 हजार 202 लाख से प्रतिदिन बढ़ते हुए 19 अप्रेल 2021 तक 29 लाख 57 हजार 195 लाख यूनिट प्रतिदिन की खपत थी, जो इस वर्ष से 5 लाख 35 हजार 09 लाख यूनिट कम है।
निगम के अनुसार गर्मी बढऩे के साथ ही जिले में प्रतिदिन बिजली की खपत भी बढ़ रही है। जहां एक अप्रेल को जिले में 27 लाख 66 हजार 586 लाख प्रति यूनिट की मिली थी, जो अब 19 अप्रेल तक प्रतिदिन बढ़ कर 34 लाख 92 हजार 205 लाख यूनिट पर पहुंच गई है। जबकि गत वर्ष अप्रेल माह में ही 26 लाख 58 हजार 202 लाख से प्रतिदिन बढ़ते हुए 19 अप्रेल 2021 तक 29 लाख 57 हजार 195 लाख यूनिट प्रतिदिन की खपत थी, जो इस वर्ष से 5 लाख 35 हजार 09 लाख यूनिट कम है।
जिले में आवश्यकता के अनुसार बिजली नहीं मिल रही है। गर्मी के कारण प्रतिदिन खपत में बढ़ोतरी होने से बिजली की मांग बढ़ रही है। प्रतिदिन जिले के लिए 35 लाख यूनिट की आवश्यकता है लेकिन 34.92 लाख यूनिट मिल रही है।
जेके मिश्रा. अधीक्षण अभियंता ,जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, टोंक
जेके मिश्रा. अधीक्षण अभियंता ,जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, टोंक