इस बीच किसानों की नारेबाजी होती रही। करीब 4 घण्टे बाद समिति कार्यालय पहुंचे तहसीलदार सर्वेश्वर निंबार्क ने किसानों को समझाइश कर ताला करवाया और सहायक कृषि अधिकारी को मौके पर बुलाकर जारी टोकन पर वितरण की मात्रा घटाकर 30 किलो चने का बीज दिलवाने की सहमति के बाद पूरा मामला शांत हुआ।
कृषि विभाग क्षेत्र में चने की बुवाई के लिए 50 फ़ीसदी अनुदान पर बीज किसान को प्रति हैक्टेयर 60 किलो उपलब्ध करवाता है। इस वर्ष देवली एवं नासिरदा क्षेत्र के लिए कुल 261 क्विंटल चने का बीज वितरण के लिए जारी किया गया, जिसमें 161 क्विंटल देवली क्षेत्र के किसानों तथा 100 क्विंटल बीज नासिरदा क्षेत्र के लिए आया था।
इस वर्ष बारिश की कमी से किसानों चने की बुवाई अधिक कर रहा है। समिति से विगत दो दिनों में करीब 126 क्विंटलचने का बीज किसानों को दिया जा चुका था, जिसमें देवली क्षेत्र के किसानों को 117 क्विंटल तथा नासिरदा क्षेत्र के किसानों को 8 क्विंटल का वितरण हुआ है।
कोरोना गाइडलाइन के कारण 2 दिन से नासिरदा क्षेत्र के किसानों के 180 एकत्र टोकन रोक रखे थे जिनका मंगलवार को वितरण हो रहा था, लेकिन देवली क्षेत्र के किसान भी अपने क्षेत्र के कृषि पर्यवेक्षक से टोकन लेकर आ गए और बीज देने की मांग करने लगे।
इस बीच समिति कर्मचारियों ने आवंटित क्षेत्र के किसानों के अनुसार बीज वितरण की बात की। इससे मौजूद किसान आक्रोशित हो गए और किसानों ने समिति पर बीज वितरण रुकवा दिया तथा गेट पर ताला लगाकर कर्मचारियों को अंदर बंद कर दिया। सूचना पर करीब 4 घंटे बाद उपखंड अधिकारी के निर्देश पर देवली तहसीलदार सर्वेश्वर निंबार्क समिति कार्यालय पहुंचे और किसानों को समझाइश कर कार्यालय के ताले खुलवाए।
बाद में देवली सहायक कृषि अधिकारी रेखा मीणा से मामले की जानकारी ली तथा मौके में बुलाकर किसानों को जारी टोकन की आधी मात्रा का बीज उपलब्ध करवाने का आश्वासन देकर मामला शांत कराया,जिसके बाद किसानों को बीज वितरण का काम फिर शुरू हो सका।क्षेत्र के किसानों के लिए 161 क्विंटल चने का अनुदानित बीज मिला है। करीब 117 क्विंटल वितरण के बाद अब शेष बचे बीज को आवंटित टोकन के अनुसार आधी मात्रा में बीज देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। रेखा मीणा, सहायक कृषि अधिकारी देवली