पेयजल किल्लत झेल रहे कस्बेवासीयों ने खाली बर्तन लेकर जलदाय विभाग के खिलाफ किया प्रदर्शन
जलदाय विभाग की अनदेखी के चलते कस्बे में पेयजल समस्या है। कस्बे में जलापूर्ति के बुरे हालात हैं।

बंथली. जलदाय विभाग की मनमानी व लापरवाही से कस्बे में जल संकट बना हुआ है। लोग दूर-दराज के पेयजल स्रोतों से पानी लाकर प्यास बुझाने को मजबूर हंै। कस्बे में पांच से आठ दिन के अन्तराल, अनियमित व असमय की जा रही पेयजल सप्लाई से नाराज दूनी चुंगीनाका मोहल्ले की दर्जनों महिला, पुरुषों व बच्चों ने मंगलवार को खाली बर्तन लेकर मार्ग पर रख जलदाय विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया।
बाद में जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियंता पूरणमल बैरवा की ओर से दूरभाष पर सुचारू जलापूर्ति का आश्वासन देने के बाद लोग घरों को लौटे। पांच दिन से पेयजल समस्या से जूझ रहे मोहल्लेवासी खाली बर्तनों सहित सडक़ पर आ गए और जलदाय विभाग के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। सत्यनारायण खटीक, रूकमादेवी माली, रामलाल कुम्हार सहित अन्य मोहल्लेवासियों ने बताया कि भीषण गर्मी के बावजूद विभाग की लापरवाही से मोहल्ले में पांच से आठ दिन के अन्तराल जलापूर्ति की जा रही है।
जबकि पहले हर दूसरे दिन जलापूर्ति होती थी। ठेकेदार व स्थानीय कार्मिकों को पेयजलापूर्ति को कहने पर बिजली लाइन फाल्ट होने, पेयजल लाइन टूटने व बिजली नहीं आने का बहाना ले रहे हैं। इस दौरान प्रदर्शन करने वालों में राजेश प्रजापत, पप्पू प्रजापत सहित दर्जनों महिलाएं व बच्चे शामिल थे।
कस्बे के बुरे हालात
चुंगी नाका मोहल्ले में ही नहीं अपितु कस्बे में जलापूर्ति के बुरे हालात हैं। कस्बेवासी सुबह चार बजे से ही दूणजा माता मंदिर परिसर स्थित टंकी, मोक्षधाम स्थित हैण्डपम्प, दूर-दराज के कुओं सहित अन्य स्रोतों पर कतारे लगा खड़े हो जाते हैं। सबसे अधिक खराब हालात मवेशियों के है।
वह पेयजल को लेकर भीषण गर्मी में भटक गंदे नालों का पानी पीने को मजबूर हो रहे हैं। कस्बे के ओमप्रकाश झंवर, मनीष कुमावत, संदीप गौखरू सहित अन्य लोगों ने बताया कि जलदाय विभाग की अनदेखी के चलते कस्बे में पेयजल समस्या है। कनिष्ठ अभियंता पूरणमल बैरवा का कहना है कि बीसलपुर पेयजल योजना से जुडऩे के बाद समस्या समाप्त हो जाएगी। अभी कस्बे के मोहल्लों में हर तीसरे दिन सुचारू पेयजल देने का प्रयास कर रहे हैं।
बनास किनारे लोग प्यासे
राजमहल. बीसलपुर बांध किनारे बोटून्दा गांव में जलदाय विभाग की अनदेखी के कारण कई दिनों से पेयजल संकट गहराया हुआ है। गांव के लोगों को एक हैण्डपम्प पर लम्बी कतार के साथ घंटों इंतजार करने के बाद बनास नदी से गंदला पानी लाकर प्यास बुझानी पड़ रही है।
पूर्व सरपंच जगमोहन विजय, काली देवी, संतरा देवी, मांगी देवी, सरोज आदि ने बताया कि गांव में महज तीन हैण्डपम्प हैं, जिसमें एक चालू है और दो खराब हैं। इसी प्रकार बीसलपुर ग्रामीण पेयजल परियोजना के तहत सार्वजनिक नल पोईंट लगे हैं, लेकिन कई महिनों से पानी की एक बूंद तक नहीं आई है।
इससे लोगों को दूर दराज के कुओं से पानी लाकर प्यास बुझानी पड़ रही है। पेयजल संकट को लेकर कई बार उपखण्ड अधिकारी टोडारायसिंह सहित जलदाय विभाग के अधिकारियों को भी अवगत कराया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों में नाराजगी है।
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