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सुविधाओं को तरसता मालपुरा बस स्टैण्ड

locationटोंकPublished: Apr 09, 2021 07:46:41 am

Submitted by:

pawan sharma

नगरपालिका की उदासीनता व राज्य सरकार के परिवहन विभाग की निष्क्रियता के चलते मालपुरा बस स्टैण्ड का क्षेत्र आज भी सुविधाओं के लिए तरसता हुआ नजर आता है वहीं यात्री भी विश्राम करने के लिए इधर-उधर जगह तलाशते रहते है।

सुविधाओं को तरसता मालपुरा बस स्टैण्ड

सुविधाओं को तरसता मालपुरा बस स्टैण्ड

मालपुरा. नगरपालिका की उदासीनता व राज्य सरकार के परिवहन विभाग की निष्क्रियता के चलते मालपुरा बस स्टैण्ड का क्षेत्र आज भी सुविधाओं के लिए तरसता हुआ नजर आता है वहीं यात्री भी विश्राम करने के लिए इधर-उधर जगह तलाशते रहते है। उपखण्ड मुख्यालय से अजमेर, जयपुर, भीलवाड़ा, उदयपुर, टोंक, केकड़ी, ब्यावर, सवाईमाधोपुर, बांसवाड़ा, के लिए प्रतिदिन 130 से अधिक की संख्या में राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की बसें गुजरती है, लेकिन इन गाडियों को यहां से निकालने एवं लाने में रोडवेज बस के चालकों मार्ग सकड़ा होने से परेशानी होती है।
बस स्टैण्ड पर घूमते आवारा पशुओं के कारण यात्रियों को हमेशा अपने सामान की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखना पड़ता है। बस स्टैण्ड परिसर में नगरपालिका की ओर से यात्रियों के लिए बनाया गया विश्रामगृह जगह-जगह से जीर्ण शीर्ण हो रखा है। बस स्टैण्ड पर पालिका की ओर से सुलभ कॉम्पलैक्स की सुविधा नहीं होने से महिला यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
बस स्टैण्ड परिसर में छायादार बैठने की व्यवस्था नहीं होने से यात्रियों को भीषण गर्मी व बरसात के मौसम में दुकानों में छिपना पड़ता है। वही रोडवेज की बुकिंग का कार्य भी कर्मचारियों को लोहे की बनी कंटेनर की केबिन में बैठकर टिकिट काटने का कार्य संचालित करना पड रहा है।

परकोटा की दीवार क्षतिग्रस्त
उनियारा.कस्बे के खातोली गेट के बाहर परकोटा की दीवार क्षतिग्रस्त अवस्था में होने के कारण कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। सूचना के बाद भी नगर पालिका प्रशासन अनभिज्ञ बना हुआ है। कस्बे के खातोली गेट के बाहर मोड़ पर परकोटे की दीवार कभी भी गिर सकती है बरसात के समय में यह दीवार कई जगह से टूट कर भी गिर गई थी।
दीवार खोखली होने के कारण धीरे धीरे पत्थर के साथ साथ मिट्टी भी निकलने लगी है। परकोटे की दीवार के यहां से खातोली गेट होते हुए उनियारा कस्बे के लोग अपने चार पहिए एवं दोपहिया वाहन लेकर भी गुजरते हैं एवं यह रास्ता 24 घंटे खुला रहता है। ऐसी स्थिति में हमेशा ही खतरा मंडराता रहता है।
इस समस्या को लेकर कई बार कस्बे के लोगों ने नगर पालिका प्रशासन से क्षतिग्रस्त परकोटे की दीवार को दुरस्त करवाने की मांग भी की थी, लेकिन नगर पालिका प्रशासन ने आज दिन तक उसकी सुध नहीं ली। इधर, पालिका अधिशासी अधिकारी राकेश कुमार शर्मा ने बताया कस्बे के खातोली गेट के बाद परकोटे की दीवार क्षतिग्रस्त है। इसकी सूचना किसी ने नहीं दी है। यदि ऐसी समस्या है तो इस बारे में पालिका द्वारा शीघ्र ही निराकरण करवाया जाएगा।
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