अभियान में सबसे महत्वपूर्ण आवासीय एवं अन्य उपयोग के पट्टे जारी कर उनका पंजीयन करवा कर भविष्य के लिए उपयोगी बनाना है, लेकिन अभियान में शहरी पेराफेरी क्षेत्र में शामिल वर्षों से स्थाई निवासरत सैकड़ों परिवारों को पट्टे जारी करने को लेकर स्पष्ट निर्देश नहीं है।
ऐसे में उपखंड मुख्यालय से जुड़ी देवली गांव ग्राम पंचायत क्षेत्र के सैकड़ों परिवारों को ना पंचायत पट्टे दे पा रही है और ना ही नगरपालिका दे रही। यह परिवार पट्टे को लेकर सरकारी कार्यालय में भटकने को मजबूर है, लेकिन इनकी सुनवाई नहीं हो पा रही है।
देवली गांव पंचायत में गुरुवार को प्रशासन गांवों के संग अभियान का शिविर है, लेकिन ग्राम पंचायत सिर्फ राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज पुरानी आबादी क्षेत्र में ही पट्टे देने जा रही है। आबादी के बाहर बसे सैकड़ों परिवारों को ग्राम पंचायत से पट्टे नहीं मिलेंगे। वहीं नगर पालिका भी अपने पेराफेरी क्षेत्र में गैर आबादी क्षेत्र में निवासरत परिवारों को पट्टे नहीं दे रही है।ऐसे में वर्षो से रह रहे सैकड़ों परिवार राज्य सरकार के अभियान के बावजूद पट्टे लेने से वंचित हो रहे हैं।