केंद्र सरकार की ओर से प्रदेश में नेफेड के माध्यम से समर्थन मूल्य पर सरसों 5050 रुपए प्रति ङ्क्षक्वटल, चना 5230 रुपए प्रति ङ्क्षक्वटल एवं गेहूं की खरीद के लिए निर्देश दिए हैं, जिसके चलते मालपुरा उपखंड में पांच केंद्रों पर सरसों व चने की तुलाई के लिए किसानों ने अपना पंजीयन भी करवाया, जिसमें मालपुरा में 1382 किसानों ने, पचेवर में 332, लांबाहरिङ्क्षसह में 332, लावा में 8, टोरड़ी में 26 किसानों ने ऑनलाइन चना तोलने के लिए पंजीयन भी करवाया, लेकिन विभागीय ढिलाई के चलते तुलाई कार्य शुरू नहीं होने से किसानों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
किसान गोपाल गुर्जर ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से चना 5230 प्रति ङ्क्षक्वटल की दर से खरीदा जाएगा, वही मंडी में वर्तमान में चना 4600 से 4700 रुपए प्रति ङ्क्षक्वटल बिक रहा है, जिसमें किसानों को 500 रुपए ङ्क्षक्वटल का नुकसान है। इसलिए किसान समर्थन मूल्य पर चना बेचना चाह रहा है, लेकिन सरकार की ओर से समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू नहीं किए जाने से किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में शादी-विवाह का दौर चल रहा है, वहीं आखातीज भी आने वाली है, ऐसे में सरकार को जल्दी से जल्दी तुलाई केंद्र शुरू कर किसानों को उनकी उपज का पूरा पैसा दिलाना चाहिए।
इस संबंध में क्रय विक्रय सहकारी समिति के लेखाकार भंवरलाल विजय ने बताया कि तुलाई के लिए बारदाना आ गया, लेकिन ट्रांसपोर्ट के टेंडर नहीं होने के चलते खरीद के आदेश नहीं मिल रहे है। टेंडर होते ही खरीद की प्रक्रिया पांचों केन्द्रों पर शुरू कर दी जाएगी।