साथ ही संतोषजनक उत्तर भी नहीं दिया जा रहा है। इस पर अधिकारियों ने खरीद केन्द्र पर नियुक्त क्रय विक्रय सहकारी समिति के कर्मचारी एवं मुख्य व्यवस्थापक महावीर सिंह गुर्जर से पूछने पर बताया कि तुलाई के लिए बुधवार रात करीब 10 बजे से राजफेड द्वारा वेबसाइट बंद कर दी गई, जो गुरुवार सुबह 11 बजे तक भी शुरू नहीं हुई।
किसान यह बात समझने को तैयार नहीं है। वेबसाइट बंद होने से माल नहीं तोला जा सकता है। इस पर एसडीओ ने जिला कलक्टर सहित राजफेड के अधिकारियों से बात किए जाने पर दोपहर करीब 12 बजे वेबसाइट तो शुरू हो गई, लेकिन उस पर 21 जून का ही माल तोलने का मैसेज आया।
जबकि 20 जून तक की खरीद के लिए यह आश्वासन दिया गया कि इसके बारे में बाद में बताया जाएगा। इस पर उपखण्ड अधिकारी ने किसानों से समझाइश की, जिस पर जाम खोल दिया गया। उन्होंने कहा कि यह सब ऑनलाइन प्रक्रिया है।
इसमें स्वयं के स्तर पर कुछ नहीं कर सकते है। फिर भी उच्चाधिकारियों से बात की जाएगी। इधर मुख्य व्यवस्थापक ने बताया कि 16 से 20 जून तक किसानों के करीब 200 फार्म बकाया है, लेकिन ऑनलाइन मैसेज के अभाव में तुलाई नहीं हो पा रही है।
जाम खुल जाने के बाद उक्त अधिकारी वहां से चले गए। बाद में दोपहर करीब डेढ़ बजे ऑनलाइन मैसेज आ जाने पर 16 से 20 जून के बकाया किसानों के माल की भी तुलाई शुरू कर दी गई। मुख्य व्यवस्थापक ने बताया कि खरीद केन्द्र पर कांटे बढ़ाकर 6 कर दिए गए है। इनमें 4 कांटो पर 21 जून से पूर्व तथा 2 कांटो पर 21 जून का माल तोला जाएगा।