इस सम्बन्ध में राजफेड के लिए समर्थन मूल्य पर खरीद करने वाली संस्था क्रय विक्रय सहकारी समिति के वरिष्ठ लिपिक लतीफ मोहम्मद एवं जयसिंह राजावत ने बताया कि 2 अप्रेल से शुरू किए गए खरीद केन्द्र पर 18 मई तक 432 किसानों से 22 हजार पांच सौ 55 कट्टे चना, 344 किसानों से 12 हजार 58 3 कट्टे सरसों तथा 5 किसानों से 4 सौ 37 कट्टे गेहंू की खरीद की जा चुकी है।
इस प्रकार कुल 7 सौ 8 1 किसानों से 35 हजार 575 कृषि जिन्सों के कट्टो की खरीद की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि 30 अप्रेल तक की गई खरीद का किसानों को भुगतान किया जा चुका है। जबकि इसके बाद शेष रहे भुगतान के लिए राजफेड को लिख दिया गया है।
कई किसानो ने बताया कि खरीद केन्द्र पर मिक्स काले एवं पीले चने लाने पर पास नही होने पर उन्हें निराश लौटना पड़ता है। उनका कहना है कि ऊपरी आदेश गलत हैं काले एवं पीले चने से भी दाल एवं बेसन ही बनेगा तो उच्चाधिकारी इस बात को क्यों नही समझते हैं।
समर्थन मूल्य पर खरीद बंद होने से किसान नाराज
निवाई. भारतीय किसान संघ के अध्यक्ष रमेश चौधरी के नेतृत्व में समर्थन मूल्य पर चना व सरसों की खरीद पुन: शुरू कराने की मांग को लेकर उपखंड अधिकारी हरिताभ आदित्य को किसानों ने ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में बताया गया कि निवाई तहसील में समर्थन मूल्य पर चना व सरसों की खरीद बंद होने से किसानों में आक्रोश व्याप्त है।
किसान अपना माल किराए की ट्रॉलियों में भरकर लाते हैं। इससे उनको अतिरिक्त किराया देने से आर्थिक हानि हो रही है। क्रय विक्रय सहकारी समिति प्रशासन पल्लेदारों के सामने झुका हुआ है। प्रशासन को लिखित में देने के बावजूद भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है।
प्रबंधक रामेश्वर चौधरी से कई बार किसान मिलने के बाद भी समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है। पल्लेदारों के अभाव में विक्रय केंद्र पर खड़े किसानों के ट्रैक्टर-ट्रॉली का माल किसान स्वयं तोल कर लोडिंग कराने के लिए तैयार है। आगे से केंद्र को नजदीकी खरीद केंद्र सोहेला पर स्थानांतरित करने के लिए मांग की है। ज्ञापन देने वालों में जिला उपाध्यक्ष राम गोपाल चौधरी, श्रीराम चौधरी, महामंत्री रमेश जाट एवं चंद्रभान सहित कई किसान मौजूद थे।