राजमहल। पिछले कुछ दिनों से बनास के डेढ़ कांकरी, रपट, शिलाबारी दह किनारों पर अलग- अलग अजगर नजर आने से लोगों में दहशत का माहौल है। आए दिन कभी बजरी में तो कभी नदी के किनारे पानी में अजगर दिखाई देने से पेटाकास्तकार डरने लगे है। वही लो नदी के पानी में नहाने से कतराने लगे है।
गुरूवार सुबह भी डेढ़ काकंरी के करीब एक अजगरग दिखाई दिया जिसे वनकर्मियों ने ग्रामीणों के सहयोग से पकडकऱ बीसलपुर वन क्षेत्र में छोड़ा है। पकड़े गए अजगर की लम्बाई लगभग12 फिट थी। जिसके सिर पर चोट लगी हुई थी। इसी प्रकार बनास रपट व बजरी में दिखाई देते अजगर से अभी भी लोगों में दहशत का माहोल है।
ग्र्रामीणों ने बताया कि आए दिन अजगर नजर आने से लोगों को हादसे की आशंका सताने लगी है। इधर वन विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि बनास के करीब ही बीसलपुर वन क्षेत्र होने के कारण अजगर धूप सैंकने के लिए बजरी की तरफ आ गए होंगे। जिन्हे ग्रामीणों की सूचना पर पकडकऱ वन क्षेत्र में छोड़ा जा रहा है।वनकर्मियों का कहना है कि अगर आबादी के करीब अजगर दिखाई दे तो उस पर नजर रखते हुए विभाग के कर्मचारियों को सूचना दे।
चार जने गिरफ्तार टोडारायसिंह. बनास नदी में चूली स्थित प्रतिबन्धित क्षेत्र से बजरी का अवैध खनन करते चार जनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर चार ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को जब्त किया है। थाना प्रभारी बी. एल. मीणा ने बताया कि बुधवार देर शाम बनास नदी में चूली स्थित प्रतिबन्धित क्षेत्र में अवैध खनन की सूचना मिली थी।
इस पर पुलिस के गश्ती दल ने अवैध रूप से बजरी खनन कर ले जाते मालपुरा निवासी ट्रैक्टर चालक अतीक, टोंक निवासी वाहिद, लाम्बाकला निवासी मुकेश व टोडारायसिंह निवासी सुन्दरलाल को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बजरी भरे चार ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को भी जब्त कर लिया।
तीन ट्रैक्टर व डम्पर पकड़े
निवाई. वन विभाग के गश्ती दल टीम ने रक्तांचल पर्वत एवं किवाड़ा गांव में पहाड़़़़़़़़ पर हो रहे अवैध खनन कर जा रहे तीन ट्रैक्टर एवं एक डम्पर को जब्त किया है। वन रक्षक रामनारायण मीणा ने बताया कि सिरस नाके के समीप वन क्षेत्र किवाड़ा एवं निवाई रक्तांचल पर्वत से अवैध खनन कर चैजा पत्थर ले जाते हुए एक डम्पर एवं तीन ट्रैक्टर को पकड़ कर संजय वन ओझशाला में खड़ा करवाया है