पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश के मुताबिक कार सवार सभी लोग मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के जीरापुर कस्बे निवासी थे। पुलिस उपाधीक्षक चंद्र सिंह रावत ने बताया कि कार सवार एक सोनी परिवार है जो कि खाटू श्यामजी के मंदिर में दर्शन कर मंगलवार मध्य रात वापस मध्यप्रदेश जा रहा था।
टोंक में बनास पुलिया के समीप व सदर थाना के पास मजार वाले स्थान के समीप पीछे से तेज गति से आए टेलर ने उनकी कार के टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि कार के परखचे उड़ गए। कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। सूचना के बाद पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश, अतिरिक्त जिला कलक्टर सुखराम, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुभाष मिश्रा व पुलिस उपाधीक्षक चन्द्रसिंह रावत तथा सदर थाना प्रभारी दशरथसिंह मौके पर पहुंचे।
उन्होंने कार में फंसे लोगों को बाहर निकाला और सआदत अस्पताल में भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों ने चार पुरुष, दो महिला, एक बालक व एक बलिका को मृत घोषित कर दिया। वहीं 5 गम्भीर घायलों की हालत नाजुक होने पर उन्हें जयपुर रेफर कर दिया।
हादसे में एक तीन साल की मासूम सुरक्षित है। घटना के बाद ट्रेलर चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ट्रेलर चालक की तलाश कर रही है। इधर, हादसे के बाद आस-पास होटल पर मौजूद लोग घटना स्थल की ओर दौड़े और पुलिस को सूचना दी।
कलक्टर ने दी सांत्वना पुलिस उपाधीक्षक चन्द्रसिंह रावत ने बताया कि हादसे के बाद मृतकों और घायलों के परिजनों को देर रात ही सूचना कर दी गई थी। ऐसे में बुधवार सुबह परिजन टोंक पहुंचे। वहीं जिला कलक्टर गौरव अग्रवाल भी अस्पताल पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी।
13 जनवरी को टोंक रुका था परिवार हादसे का पीडि़त परिवार खाटू श्यामजी की पदयात्रा में गया था। ऐसे में यह परिवार गत 13 जनवरी को टोंक रुका था और 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन पदयात्रा कि साथ खाटू श्यामजी के गया था। अब मंगलवार रात उक्त परिवार दर्शन कर वापस जीरापुरा राजगढ़ लौट रहे थे। ऐसे में टोंक हादसा हो गया।
तेज गति पर नहीं है अंकुश राष्ट्रीय राजमार्ग पर अक्सर हादसे सामने आते हैं। ज्यादातर हादसे तेज गति के चलते होते हैं। इन दिनों राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह चल रहा है और परिवहन विभाग और पुलिस चालकों को नियम कायदे के लिए जागरूक कर रही है, लेकिन टोंक में जो हादसा हुआ। इससे साफ जाहिर हो रहा है कि हाइवे पर नियम कायदों की परवाही नहीं की जा रही है।