टोंक

प्रदेश के 2267 में से टोंक जिले के 52 सरकारी विद्यालय हुए पांच सितारा, 12 बिन्दुओं को शामिल कर किया सर्वेक्षण

सरकारी स्कूलों में शिक्षा के गिरते स्तर को सुधारने, नामांकन बढ़ोतरी को लेकर कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं।

टोंकJul 30, 2018 / 09:18 am

pawan sharma

प्रदेश में बेहतर प्रदर्शन करने वाले 2267 सरकारी विद्यालयों फाइव स्टार की सूची में शामिल किए है।

राकेश पालीवाल
टोंक. होटलों का नाम तो अब तक फाइव स्टार के रूप में सुना है, लेकिन अब सरकारी विद्यालय भी फाइव स्टार कहलाएंगे। पांच सितारा की ये श्रेणी पाठशालाओं पर भी लागू की गई है। इसके तहत प्रदेश में बेहतर प्रदर्शन करने वाले 2267 सरकारी विद्यालयों फाइव स्टार की सूची में शामिल किए है।
 

उल्लेखनीय है कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा के गिरते स्तर को सुधारने, नामांकन बढ़ोतरी को लेकर कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे में अब बोर्ड परीक्षा परिणाम के आधार पर स्कूलों की रैकिंग की गई। इसके बाद अब विद्यालय भी वन स्टार, फाइव स्टार किए गए है।
 

शिक्षा विभागीय अधिकारियों के मुताबिक अच्छे प्रदर्शन पर फाइव स्टार मिलेंगे। इस वर्ष बोर्ड परीक्षा परिणाम के आधार पर इसका निर्धारण किया गया। प्रत्येक विद्यालयों के दसवीं, बाहरवीं बोर्ड परीक्षा परिणाम के आधार पर रैकिंग जारी की जाएगी।
 

शाला दर्पण पोर्टल के आधार पर 12 बिन्दुओं को शामिल कर सर्वेक्षण किया गया। इसमें श्रेष्ठ प्रदर्शन पर जिले के 52 स्कूलों का फाइव स्टार दिया गया।


कम परिणाम रहने पर कार्रवाई
जिले में बोर्ड परीक्षाओं में न्यून परीक्षा परिणाम रखने वाले विद्यालयों व शिक्षकों के खिलाफ माध्यमिक शिक्षा विभाग कार्रवाई भी करेगा। मापदण्डों के अनुसार माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों में परिणाम 80 प्रतिशत रहने पर शिक्षकों को सम्मानित करना है।
 

जबकि उच्च माध्यमिक में 50 व माध्यमिक कक्षाओं में 40 प्रतिशत से कम परिणाम रहने पर शिक्षकों व संस्था प्रधानों को 17 सीसीए का नोटिस देने के निर्देश दिए है। साथ ही इसका शिड्यूल भी तय किया है।
 

इसमें 30 जुलाई तक ऐसे संस्था प्रधानों की पहचान, 10 अगस्त तक सक्षम अधिकारी द्वारा संस्था प्रधानों को नोटिस, 30 अगस्त तक नोटिस का जवाब, 10 सितम्बर तक आरोप-पत्र तय, 25 सितम्बर तक आरोप-पत्र का जवाब, 10 अक्टूबर तक सुनवाई व 15 अक्टूबर तक अंतिम निर्णय किया जाना है।
 

जिले के ये हुए फाइव स्टार

देवली तहसील के बालुंदा, बंथली, नासिरदा धुवाकलां, मालपुरा तहसील के किरावल, पचेवर गल्र्स व कॉमन, लाम्बाहरिसिंह, आंवड़ा, देशमा, बारोल, गनवर, मोरला, पारली, निवाई तहसील के खण्डवा, रामपुरा, हरभांवता, अरनिया, जामडोली, बड़ागांव, चतुभुर्जपुरा, नोहटा, राहोली, टोडारायसिंह तहसील के हमीरपुर, गेदिया, कल्याणपुरा-जाटान, लक्ष्मीपुरा धाकड़ान, माधोगंज, पन्द्राहेड़ा, भांसू, बोटूंदा, गणेती, खरेड़ा, सवारिया, टोंक तहसील के गोहरपुरा, किशनपुरा, खजूरिया, देवली-भांची, मालियों की झोपडिय़ा, बमोर, चंदलाई, डारडाहिन्द, घांस, हरचंदेड़ा, काशीपुरा, पीपलू, लवादर, बगड़वा, हथौना, शहीद दुर्गालाल गुर्जर जौंला, उनियारा तहसील के उदयपुरिया व ढिकोलिया राउमावि विद्यालय शामिल है।
 

श्रेष्ठ परिणाम के आधार पर विभाग की ओर से फाइव स्टार दिए गए है। इसे विद्यालय की दीवार पर अंकित करना होगा। इसके निर्देश दिए है। इससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा।
खुशीराम रावत, जिला शिक्षा अधिकारी टोंंक।
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