यातायात का दबाव
उक्त मार्ग से 2 पंचायत मुख्यालयों सहित करीब एक दर्जन छोटे बड़े गांव जुड़े हंै। वहीं यह मार्ग टोंक-सवाईमाधोपुर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 116 को कोटा दौसा मेगा हाईवे संख्या 11 को जोड़ता है।
उक्त स्टेट हाईवे उपखण्ड मुख्यालय से शुरू है तथा उनियारा में ही सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियन्ता का कार्यालय है। जहां अधिकारीभी नियुक्त है। उक्त कार्यालय के अधीन उनियारा-इन्द्रगढ़ मार्ग आता है। बावजूद अधिकारियों की मर्जी के चलते उक्त मार्ग के कार्य की देखरेख 9 किमी दूर स्थित विभाग के अलीगढ़ सहायक अभियन्ता करते हैं। ऐसे में कार्य की गुणवत्ता तथा निर्माण को गति कैसे मिलेगी यह विचारणीय है।
राष्ट्रीय राजमार्ग भी घोषित
यह भी गौरतलब है कि राज्य सरकार के वर्ष 2017-2018 के बजट में उक्त मार्ग को उनियारा उज्जैन के नाम से नेशनल हाईवे घोषित किया जा चुका ह, लेकिन आज तक न तो राशि स्वीकृत की गई और न कार्रवाई की आगे बढ़ी। उक्त योजना फिलहाल फाइलों में बंद है।
भारतीय किसान संघ के जिला मंत्री मदन कुमावत, तहसील अध्यक्ष रामकिशन सैनी, प्रान्तीय प्रतिनिधी रामस्वरूप धाकड़, पूर्व तहसील अध्यक्ष मुकेश चौधरी आदि ने बताया कि सडक़ क्षतिग्रस्त होने से किसान कृषि उपज को उनियारा तथा इन्द्रगढ की कृषि मण्डियों में नहीं ले जा पा रहे हैं।
जल्द कार्य शुरू कराएंगे उनियारा-इन्द्रगढ़ स्टेट हाईवे के टेण्डर हो चुके हैं। ठेकेदार को वर्क ऑर्डर भी दिया जा चुका है। 2-4 दिन में ठेकेदार मशीनरी लाकर कार्य शुरू कर देगा।
रामलाल कोली, सहायक अभियन्ता सार्वजनिक निर्माण विभाग खण्ड अलीगढ़।