scriptvideo: वाहन चलना तो दूर पैदल चलना भी है जोखिम भरा, पांच साल से स्टेट हाइवे पर गड्ढे-ही-गड्ढे | Five-year potholes on the State Highway | Patrika News

video: वाहन चलना तो दूर पैदल चलना भी है जोखिम भरा, पांच साल से स्टेट हाइवे पर गड्ढे-ही-गड्ढे

locationटोंकPublished: Nov 11, 2018 08:23:53 am

Submitted by:

pawan sharma

https://www.patrika.com/rajasthan-news/

five-year-potholes-on-the-state-highway-1

video: वाहन चलना तो दूर पैदल चलना भी है जोखिम भरा, पांच साल से स्टेट हाइवे पर गड्ढे-ही-गड्ढे

उनियारा. इन्द्रगढ़ राज्य उच्च मार्ग संख्या 29 सम्बन्धित अधिकारियों की अनदेखी के चलते क्षतिग्रस्त हो गया है। इससे मार्ग से जुड़े गांवों के लोगों को परेशानी उठानी हो रही है। वहीं इस पर यातायात भी प्रभावित हो रहा है।
जानकारी के अनुसार 24 किमी लम्बे उनियारा-इन्द्रगढ़ राज्य उच्च मार्ग संख्या 29 लगभग 5-6 वर्ष से क्षतिग्रस्त है। हालांकि बीच-बीच में कभी-कभी पेचवर्क कार्य किया गया, लेकिन मार्ग निरन्तर यातायात के कारण दिनों-दिन क्षतिग्रस्त हो रहा है।
स्थिति यह है कि सडक़ पर अधिकतर स्थानों पर कई किलोमीटर तक डामर गायब होने से बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके हंै। इससे वाहन चलना तो दूर पैदल या दोपहिया वाहनों को भी परेशानी हो रही हैं।

यातायात का दबाव
उक्त मार्ग से 2 पंचायत मुख्यालयों सहित करीब एक दर्जन छोटे बड़े गांव जुड़े हंै। वहीं यह मार्ग टोंक-सवाईमाधोपुर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 116 को कोटा दौसा मेगा हाईवे संख्या 11 को जोड़ता है।
ऐसे में मार्ग पर यातायात का भारी दबाव है। सूत्रों ने बताया कि करीब साढ़े चार वर्ष पूर्व राज्य सरकार की ओर से उक्त मार्ग को दुरूस्त कराने के लिए 25 करोड़ रुपए स्वीकृत कर टेण्डर करा दिए गए थे।
कार्य कराने वाले ठेकेदार ने भी कार्य शुरू कर दिया था, लेकिन यातायात के दबाव को देखते हुए ठेकेदार कार्य बीच में ही छोडकऱ चला गया। इसके बाद सार्वजनिक निर्माण विभाग ने दोबारा तखमीना तैयार किया गया।
इस पर लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व सरकार ने 20 करोड़ रुपए स्वीकृत कर निविदाएं आमंत्रित कर ठेका दे दिया, लेकिन सम्बन्धित अधिकारियों की अनदेखी के चलते अब तक भी कार्य शुरू नहीं किया गया है।

उक्त स्टेट हाईवे उपखण्ड मुख्यालय से शुरू है तथा उनियारा में ही सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियन्ता का कार्यालय है। जहां अधिकारीभी नियुक्त है। उक्त कार्यालय के अधीन उनियारा-इन्द्रगढ़ मार्ग आता है।

बावजूद अधिकारियों की मर्जी के चलते उक्त मार्ग के कार्य की देखरेख 9 किमी दूर स्थित विभाग के अलीगढ़ सहायक अभियन्ता करते हैं। ऐसे में कार्य की गुणवत्ता तथा निर्माण को गति कैसे मिलेगी यह विचारणीय है।

राष्ट्रीय राजमार्ग भी घोषित
यह भी गौरतलब है कि राज्य सरकार के वर्ष 2017-2018 के बजट में उक्त मार्ग को उनियारा उज्जैन के नाम से नेशनल हाईवे घोषित किया जा चुका ह, लेकिन आज तक न तो राशि स्वीकृत की गई और न कार्रवाई की आगे बढ़ी। उक्त योजना फिलहाल फाइलों में बंद है।
मण्डी में माल नहीं ले जा पा रहे
भारतीय किसान संघ के जिला मंत्री मदन कुमावत, तहसील अध्यक्ष रामकिशन सैनी, प्रान्तीय प्रतिनिधी रामस्वरूप धाकड़, पूर्व तहसील अध्यक्ष मुकेश चौधरी आदि ने बताया कि सडक़ क्षतिग्रस्त होने से किसान कृषि उपज को उनियारा तथा इन्द्रगढ की कृषि मण्डियों में नहीं ले जा पा रहे हैं।

जल्द कार्य शुरू कराएंगे

उनियारा-इन्द्रगढ़ स्टेट हाईवे के टेण्डर हो चुके हैं। ठेकेदार को वर्क ऑर्डर भी दिया जा चुका है। 2-4 दिन में ठेकेदार मशीनरी लाकर कार्य शुरू कर देगा।
रामलाल कोली, सहायक अभियन्ता सार्वजनिक निर्माण विभाग खण्ड अलीगढ़।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो