माणक चौक के लोगों ने बताया कि ट्रांसफार्मर के पास पशुपालक गोबर व गंदगी डाल रहे है, जिससे मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। यहां गंदगी डालने पर मना करने पर लोग झगडा़ करने पर उतारू हो जाते है। इतना ही नहीं सफाई कर्मचारी भी नियमित नहीं आते है। वार्डवासियों का कहना है कि पानी भी खारा आता है। वार्ड में स्थित पुरानी टोंक पुलिस थाना भी पेयजल संकट से जूझ रहा है।
वहीं पुरानी टोंक पुलिस थाना में माणक चौक से बिजली की लाइन डालने के कारण सडक़ की खुदाई किए जाने के बाद अभी तक सडक़ की मरम्मत नहीं कराई गई, जिससे सडक़ टूट चुकी है। वार्ड के लोगों ने बताया कि भंडारी की गली, काजीजी की गली व खारी बाउड़ी ऐसे तीन स्थान है जहां पर पेयजल सप्लाई के समय सडक़ों पानी फैल जाता है।
साथ ही दुकानों ं के बाहर सडक़ पर कचरा व कीचड जमा हो जाने के कारण दुकानदारों को स्वंय सफाई करना पड़ती है। साथ ही पुरानी टोंक छोटा बाजार की सडक़ भी कई जगह से खराब हो चुकी है। लोगों ने यह भी बताया की वार्ड बाजार का दोनों ओर का हिस्सा भी अलग-अलग वार्डों में बट हुआ है, लेकिन समस्याएं दोनों में ही एक जैसी ही है।
वार्ड में लाइट की व्यवस्था सही करवाई गई है, लेकिन कुछ स्थानों पर अभी भी ट्यूब लाइट की आवश्यकता है। अभी भी 8 काऊ कैचर की जरूरत है, जो नहीं लग पाए साथ ही उनके पिछले भाजपा बोर्ड के समय जो सडक़े बनी थी उनकी मरम्म्त तक नहीं हुई है, जिसमे से कुछ सडक़ों को नई बनाने तो कुछ के पैचवर्क के प्रस्ताव दिए है, लेकिन बजट नहीं होने से काम नहीं हो पाया। विद्युत निगम ने सडक़ खोदने के पहले नगर परिषद टोंक से अनुमति ली होगी, साथ ही राशि भी जमा कराई होगी, उसके बावजूद सडक़ ठीक नहीं किया जाना परिषद की लापरवाही को दर्शाता है।
गणेश माहुर, वार्ड पार्षद
गणेश माहुर, वार्ड पार्षद