इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. रामेश्वर सिंह ने कहा कि भेड़ पालकों को साथ लेकर अनुसंधान कार्य किया जाए तो भेड़ पालकों के अनुभवों से कई नए अनुसंधान किए जा सकते है। आर. पी. सिंह ने कहा कि आगामी गवर्निंग बॉडी की बैठक में प्रधानमंत्री के सामने राजस्थान में सरकारी ऊन क्रय केन्द्र खोले जाने की मांग रखी जाएगी, जिससे भेड़ पालकों को सीधा लाभ मिल सकेगा।
संस्थान निदेशक डॉ. अरुण कुमार तोमर ने बताया कि संस्थान के द्वारा विकसित की गई नई तकनीकों को किसानों के आर्थिक एवं सामाजिक उत्थान के लिए स्थानान्तरित किया जा रहा है, जिससे भेड़ पालक इस व्यवसाय से अधिक लाभ उठा सके।
कार्यक्रम में अतिथियों ने वार्षिक भेड़ पालन कार्यक्रम 2018 व निदेशक डॉ. अरुण कुमार द्वारा रचित मालपुरा भेड़पालक पुस्तिका का व प्रकाशनों का विमोचन किया। समारोह में पशु पोषण विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. आर्तबन्धु साहू, डॉ. सुरेन्द्र सांख्यान, पूर्व निदेशक डॉ. एस. एम. के. नकवी सहित संस्थान के वैज्ञानिकों व किसानों व पशुपालकों ने हिस्सा लिया। मंच संचालन डॉ. गौरी ने किया।
36 घंटे संचार सेवा रही ठपउनियारा.
बीएसएनएल की ओएफसी लाइन कटने से कस्बे सहित समूचे उपखण्ड क्षेत्र में 36 घंटे संचार ठप रही। इससे उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ा।उल्लेखनीय है कि टोंक- सवाईमाधोपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 116 का सुदृढीकरण का कार्य चलने से बीएसएनएल की केबिल बुधवार सुबह 7 बजे टोंक व माधोपुर रोड पर क्षतिग्रस्त हो गई।
इससे बॉड़बैण्ड समेत मोबाइल आदि ठप हो गए। सरकारी कार्यालयों में इंटरनेट सेवा बंद रहने से लोगों के
काम नहीं हो पाए। गुरुवार शाम 4 बजे आपूर्ति सुचारू होने से कामकाज शुरू हो पाया।