scriptटेण्डर प्रक्रिया में अटक रहा है सरकारी खरीद केन्द्र | Government procurement center is getting stuck in the tender process | Patrika News

टेण्डर प्रक्रिया में अटक रहा है सरकारी खरीद केन्द्र

locationटोंकPublished: Nov 23, 2021 08:56:11 pm

Submitted by:

jalaluddin khan

किसानों को नुकसानकृषि मंडी में बिक चुकी है 50 हजार क्विंटल मूंगफलीनिवाई. केन्द्र सरकार द्वारा किसानों की उपज खरीदने के लिए अभी तक खरीद केंद्र शुरू नहीं किया है, जिससे किसानों को कृषि उपज मंडी में ही अपनी तिलहन व दलहन की फसल बेचनी पड़ रही है।
 

टेण्डर प्रक्रिया में अटक रहा है सरकारी खरीद केन्द्र

टेण्डर प्रक्रिया में अटक रहा है सरकारी खरीद केन्द्र

टेण्डर प्रक्रिया में अटक रहा है सरकारी खरीद केन्द्र
किसानों को नुकसान
कृषि मंडी में बिक चुकी है 50 हजार क्विंटल मूंगफली
निवाई. केन्द्र सरकार द्वारा किसानों की उपज खरीदने के लिए अभी तक खरीद केंद्र शुरू नहीं किया है, जिससे किसानों को कृषि उपज मंडी में ही अपनी तिलहन व दलहन की फसल बेचनी पड़ रही है।
किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य मिले के लिए प्रतिवर्ष केन्द्र सरकार नेफेड और राजफैड के माध्यम से कृषि उपज मंडी समिति व अन्य स्थानों पर खरीद केन्द्र स्थापित करती है, लेकिन इस वर्ष अभी तक सरकार ने सरकारी खरीद के लिए टेण्डर ही नहीं किए है, जिससे नेफेड और राजफैड किसानों की मूंगफली, उदड़ और मूंग खरीदने के लिए खरीद केन्द्र शुरू ही नहीं कर सके है।
किसानों को कृषि मंडी में आढ़तियों, व्यापारियों और तेल उद्योगों को बेच रहे है। सूत्रों के अनुसार केन्द्र सरकार ने सरकारी खरीद के लिए मूंगफली का भाव 5550रुपए क्विंटल तय कर रखा है। इसी प्रकार उड़द का मूल्य 6300 रुपए प्रति क्विंटल तय किया है।

खरीद केन्द्र पर मूंग का भाव 7300 रुपए प्रति क्विंटल रखा है, लेकिन सरकार द्वारा किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य दिलवाने के लिए प्रति प्रति क्विंटल भाव तो तय कर दिए गए, लेकिन खरीद केन्द्र शुरू ही नहीं किए गए, जिससे सरकार द्वारा तय किए गए मूल्य का कोई औचित्य नहीं रहा है। तथा किसानों को भी कृषि उपज मंडी समिति में अपनी फसल को समय पर बेचनी पड़ रही है।

किसानों का मानना है कि सरकारी खरीद केंद्र अक्टूबर माह में शुरू होना चाहिए, जिससे किसान खेतों में फसल तैयार होने के साथ ही अपनी उपज को सरकारी खरीद केन्द्र पर बेच सके। कृषि मंडी में पांच से छह हजार रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से मूंगफली बिक रही है, जिन किसानों की मंडी में मूंगफली 5 हजार रुपए प्रति क्विंटल बिक रही है उन किसानों को 550 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से नुकसान हो रहा है। इसी प्रकार मूंग और उदड़ सरकारी खरीद के समकक्ष पर बिक रहे है।(ए.सं.)
डेढ़ माह में अब तक कृषि उपज मंडी में 50 हजार क्विंटल मूंगफली की आवक हुई।
क्रांतिचन्द्र मीणा, सचिव, कृषि उपज मंडी निवाई

अभी तक सरकारी खरीद के लिए टेण्डर नहीं हुए है। इस कारण खरीद केन्द्र शुरू नहीं किए गए है। टेण्डर प्रक्रिया राजफैड के समक्ष विचाराधीन है। टेण्डर होने के बाद ही निवाई, पलेई और सिरस में खरीद केन्द्र शुरू होंगे।
ओमप्रकाश चौधरी, प्रबंधक क्रय-विक्रय सहकारी समिति
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