बजरी से भरे डम्परों को पकडऩे का प्रयास किया तो वे सडक़ पर बजरी खाली कर डम्पर भगा ले गए। सडक़ पर खाली हुईबजरी के चलते टीम डम्परों का पीछा नहीं कर पाई। इतना ही नहीं खननकर्ताओं ने दो किलोमीटर तक उपखण्ड अधिकारी की कार को साइड तक नहीं दी। इस दौरान डंपर चालक बजरी सडक़ पर फैला कर भाग छूटे।
उपखंड अधिकारी जेपी बैरवा ने बताया कि सोमवार शाम साढ़े 8 बजे वे क्वार्टर से कार्यालय की गाड़ी से झिलाय पुलिया की ओर जा रहे थे। एक जीप तेजी से रोंग साइड से आकर उनकी कार के आगे आकर चलने लगी। एसडीओ के चालक ने कई बार जीप से आगे निकलने का प्रयास भी किया तथा हॉर्न भी बजाए।
जीप चालक ने कई बार उनकी कार के टक्कर मारने की कोशिश की। आगे भी नहीं आने दिया। एसडीएम बैरवा ने बताया कि जीप के आगे दो बजरी से भरे डंपर चल रहे थे। जीप चालक ने डंपर चालकों से इशारा कर बजरी खाली करने को कहा। इस पर दोनों डंपर चालकों ने जैक लगा कर नेशनल हाइवे पर बजरी खाली करना शुरू कर दिया।
इस दौरान करीब दो किलोमीटर तक एसडीओ की गाड़ी को जीप से आगे नहीं आने दिया। वहीं बजरी खाली कर दोनों डंपर व जीप ललवाड़ी चौराहे से होते हुए भाग छूटे। एसडीओ ने बताया कि दोनों डंपर व जीप पर नम्बर प्लेट लगी हुई नहीं थी। इसी दौरान एसडीओ ने निवाई थानाधिकारी नरेंद्र मीणा को भी घटना जानकारी दी।
निवाई पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले ही बजरी माफिया डंपर और जीप से फरार हो गए। इसके बाद एसडीएम जेपी बैरवा ने एसआईटी के साथ बजरी माफिया के विरुद्ध कार्रवाई कर निवाई- बौंली मार्ग पर कैरोद मोड़ के समीप बजरी से भरे चार डंपर व राजमार्ग स्थित एक ढाबेे के पास से तीन ट्रैक्टर जब्त किए।
नाकाबंदी हुई फैल
बजरी माफिया के डंपर व जीप दतवास रोड की ओर जाने पर एसडीओ ने दतवास थाना पुलिस को नाकाबंदी करने व उक्त वाहनों को पकडऩे के निर्देश दिए, लेकिन उक्त वाहनों के चालक पुलिस के हाथ नहीं लगे। जबकि पुलिस वाहनों को पकडऩे कौथून तक आई थी।