पालिकाध्यक्ष ने बताया कि शहर में लम्बे समय से बंद पड़े विकास कार्य को कराया जाएगा। आचार संहिता हटने के बाद पालिका की ओर से पंचायत समिति व एसडीओ कार्यालय के बाहर वाले मैदान में गार्डन, सुलभ कॉम्पलैक्स, केंटिन सहित सडक़ों का निर्माण करवाया जाएगा।
शहर में बस स्टैण्ड की हो रही दुर्दशा पर लगभग सवा करोड़ रुपए की लागत से बस स्टैण्ड पर रोडवेज के प्लेटफार्म, सुलभ काम्पलैक्स, यात्री प्रतिक्षालय, पानी की प्याऊ सहित कई अन्य कार्य किया जाएगा।
पालिकाध्यक्ष ने बताया कि आदर्श नगर, शास्त्री नगर व गांधी पार्क क्षेत्र में बने पालिका के सार्वजनिक पार्कों की दशा सुधारने का भी कार्य पालिका की ओर से किया जाएगा। बम्ब तालाब में सौन्दर्यकरण के लिए योजना तैयार की गई है। राज्य सरकार के समक्ष योजनाओं को रखकर प्राथमिकता से शहर में विकास के कार्यों को अमलीजामा पहनाने का कार्य किया जाएगा।
विकास को लेकर उपखण्ड अधिकारी को भी योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई है, जिससे प्रशासन का भी पूर्ण सहयोग मिल सके। पालिकाध्यक्ष ने बताया कि प्रत्येक वार्ड में 25-25 लाख रुपए के विकास कार्य पालिका की ओर से करवाए जा रहे हैं, जिसमें सडक़ निर्माण, ट्यूबवैल सहित अन्य लोगों की मांग के अनुसार कार्य करवाए जा रहे है।
खबर का असर- नालों की सफाई का कार्य शुरू राजमहल. नालियों की सफाई के अभाव में मुख्य बाजार में एकत्र होते गंदले पानी से निजात दिलाने के लिए आखिर ग्राम पंचायत प्रशासन ने मुख्य बाजार के नालों की सफाई का कार्य करवाना शुरू कर दिया है।
पिछले कई दिनों से मुख्य बाजार में बने नालों की सफाई नहीं होने के कारण नाले कीचड़ से अटे पड़े थे, जिससे पानी ओवरफ्लों होकर गंदला पानी तलाई के रूप में सडक़ों पर एकत्र होने लगा था।
राहगिरों सहित पैदल गुजरने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, जिसको लेकर राजस्थान पत्रिका ने गत 6 मई के अंक में नालियों में भरा कचरा , सडक़ पर बह रहा गंदला पानी शीर्षक से समाचार प्रकाशित करने के बाद हरकत में आए पंचायत प्रशासन ने गांव के छत्तरी चौराहे, संथली सडक़ मार्ग, मुख्य बाजार आदि जगहों पर नालों की सफाई का कार्य शुरू करवा दिया है जो इन दिनों प्रगति पर है।
लोकपाल ने की मशीन से खुदाई मामले की जांच
टोंक. ग्राम पंचायत ख्वासपुरा के ढीकला गांव में मनरेगा के तहत हुए कार्य में श्रमिकों के स्थान पर जेसीबी से की गई खुदाई के मामले की जांच लोकपाल अब्दुल जब्बार ने की।
लोकपाल ने सरपंच रसाल देवी, सचिव मोहनलाल, कनिष्ठ अभियंता के. पी. सिंह समेत ग्रामीणों तथा श्रमिकों से मामले की पूछताछ की। उन्होंने बताया कि राजस्थान सम्पर्कपोर्टल पर शिकायत दर्जकराईगईथी कि ख्वासपुरा के ढीकला गांव में मनरेगा के तहत तलाईका कार्यहुआ था।
इसमें श्रमिकों से कार्य नहीं कराकर जेसीबी से खुदाई कराई गई। इसमें श्रमिकों से रिश्वत लेकर जेसीबी से खुदाई कर फर्जी हाजिर से भुगतान किया। तलाई निर्माण कार्य 14 लाख रुपए का है। जिला परिषद में मनरेगा कार्यक्रम समन्वयक छगनलाल सैनी ने बताया कि लोकपाल ने मामले से सम्बन्धित पत्रावली, भुगतान, निर्माण सम्बन्धित दस्तावेज का अवलोकन किया है।