ताप 46 डिग्री, पीठ पर रोता मासूम, सिर पर पेट की आग का बोझ
टोंकPublished: May 27, 2020 07:25:57 pm
मनरेगा
ताप 46 डिग्री, पीठ पर रोता मासूम, सिर पर पेट की आग का बोझ
राजमहल. कोरोना के तहत लॉक डाउन के कारण आर्थिक स्थिति से कमजोर हुए मजदूर वर्ग को काम देने के लिए सरकार ने मनरेगा के तहत गांवों में विकास कार्य तो शुरू कर दिए, लेकिन प्रशासन की ओर से मनरेगा में कार्य कर रहे श्रमिकों को नियमानुसार सुविधाओं का अभाव बना हुआ है। प्रशासन की ओर से मनरेगा में ना तो सोशल डिस्टेंस है ना ही छाया, पानी, मास्क व चिकित्सा की सुविधा मिल रही है। ऐसा नजारा बुधवार को नवसृर्जित ग्राम पंचायत देवीखेड़ा के सतवाड़ा गांव में नाडी खुदाई के दौरान चल रहे मनरेगा कार्य पर नजर आया। जहां नयागांव, सतवाड़ा, नेगडिया आदि गांवों के सौ से अधिक श्रमिक कार्य में लगे है। ऐसे में यहां पर ना तो महिलाओं के मासूम बच्चों के लिए पालने की व्यवस्था की गई है ओर ना ही छाया के लिए टेंट नजर आया। पालने व छाया के अभाव में यहां कार्य कर रही एक महिला श्रमिक अपने नन्हे बच्चे को पीठ पर कपड़े से बनाई गई झोली में लेकर मिट्टी डालती दिखाई दी। चिकित्सा के बारे में श्रमिकों ने बताया कि यहां कई महिला श्रमिक वृद्ध भी है मगर यहां किसी की तबियत खराब होती है तो उसे घर भेज देते है।
इनका कहना है- जल्द ही मनरेगा के तहत टेंट व अन्य सुविधाएं पूरी कर दी जाएगी। देव किशन नागर कार्यवाहक विकास अधिकारी पंचायत समिति देवली।