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आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं पम्पचालक, सात माह से नहीं मिला मानदेय

locationटोंकPublished: Dec 06, 2019 02:45:00 pm

Submitted by:

pawan sharma

जनता जल योजना में कार्यरत पम्पचालकों को पिछले सात माह से मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है। इससे उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है।

आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं पम्पचालक, सात माह से नहीं मिला मानदेय

आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं पम्पचालक, सात माह से नहीं मिला मानदेय

अलीगढ़. ग्राम पंचायत में जनता जल योजना में कार्यरत पम्पचालकों को पिछले सात माह से मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है। इससे उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। इसको लेकर कई बार ग्राम पंचायत के सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी को अवगत कराने के बावजूद भी समस्या की और कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।
गत दिनों ग्राम पंचायत के पम्पचालक सेजू मियां, यामीन खान, अफसार खान व जफर मियां आदि ने मानदेय दिलाने को लेकर विकास अधिकारी मुकेश पोरवाल को जल्द मानदेय दिलाने की मांग की। इस पर विकास अधिकारी मुकेश पोरवाल ने अलीगढ़ ग्राम पंचायत के सरपंच व ग्राम विकास अधिकारी को जल्द पम्पचालकों के मानदेय का भुगतान करने के निर्देश दिए गए थे।
इसके बाद भी आज तक पम्पचालकों के मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है। पम्पचालकों का आरोप है कि ग्राम पंचायत प्रशासन की उदासीनता के चलते पिछले सात माह से मानदेय का भुगतान नहीं किया जा रहा। समस्या से कई बार ग्राम पंचायत के सरपंच व ग्राम विकास अधिकारी को अवगत कराने के बाद मानदेय का भुगतान के सम्बन्ध में कोई कार्रवाई नहीं जा रही है।
पम्पचालकों का आरोप है कि सात माह से मानदेय का भुगतान नहीं होने से उन्हें आर्थिक परेशानी हो रही है। इधर, पंचायत समिति अलीगढ़ के विकास अधिकारी मुकेश पोरवाल का कहना है कि ग्राम पंचायत के पम्पचालकों के मानदेय भुगतान जल्द ही करा दिया जाएगा।
हड़ताल जारी
टोंक. विभिन्न मांगों को लेकर जिला खादी ग्रामोदय समिति कार्यकर्तासंगठन की ओर से विभ्भिन्न मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर को सौंपा गया। इसमें बताया कि वे मांगों को लेकर गत 2 दिसम्बर से हड़ताल पर है।
ज्ञापन में कैलाशचंद शर्मा, पारसचंद, अमर सिंह, भंवर, किशन आदि ने बताया कि उनका परिवार आर्थिक संकट से गुजर रहा है। अब तक का करीब 50 लाख रुपए का वेतन बकाया है।उन्हें 2 साल से मानदेय नहीं मिला है। इसके अलावा अन्य समस्याओं के समाधान की भी मांग की है।
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