दवा के लिए कतार
सआदत अस्पताल में दवा के लिए पांच दवा वितरण केन्द्र हैं। इनमें से अधिकांश बंद रहते हैं। खुली रहने वाले केन्द्र पर मरीजों की लम्बी कतार लग जाती है। घंटों कतार में लगने के बाद ही दवा उपलब्ध हो रही है। इससे नि:शक्तजन व वरिष्ठ नागरिकों में नाराजगी है। जिले के किसी भी अस्पताल में नि:शुल्क दवा वितरण योजना के तहत पूरी दवा मरीजों को नहीं मिल रही।
पलंगों के लिए तकरार
बदलते मौसम के बीच रोजाना भारी संख्या में उल्टी, दस्त व बुखार के रोगी सआदत अस्पताल पहुंच रहे हैं। जहां पलंगों का अभाव नर्सेजकर्मियों पर भारी साबित हो रहा हैं। मरीजों व चिकित्साकर्मियों के बीच तकरार बढऩे लगी है। पलंग के अभाव में कई बार मरीजों को बैंच पर लिटाना पड़ रहा है। अस्पताल प्रबन्धन की ओर से पलंगों की संख्या मौसम के अनुसार नहीं बढ़ाई जा रही।
गंदगी का आलम
स्वस्थ होने की आस लेकर अस्पताल आ रहे मरीज संक्रमण लेकर लौट रहे हैं। जनाना अस्पताल के विभिन्न वार्डों के पिछले हिस्सों में लगे ढेर मरीजों की तबीयत नासाज करने में काफी है। ये गंदगी जननियों व शिशुओं को संक्रमण की दावत दे रही है। प्रसव किटों का अभाव है। प्रसव में काम लिए जाने वाले औजार भी वर्षों पुराने हैं। कैंची की धार जहां कम हो चुकी है।
दिन में ही सुविधा
राष्ट्रीय राजमार्ग पर बसे मेहंदवास के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में दिन में ही चिकित्सा सुविधा उपलब्ध है। हादसा रात्रि में हो तो घायल को सआदत अस्पताल की शरण लेनी पड़ती है। विभाग का कहना है कि चिकित्साकर्मियों के अभाव में 24 घंटे उपचार सुविधा सम्भव नहीं है। फार्मासिस्ट के अभाव में कम्पाउण्डर दवा बांट रहे हैं।
भर्ती मरीजों को वार्ड में ही दवा उपलब्ध कराने के लिए दवा वितरण केन्द्र तो खोले गए पर संसाधनों का अभाव है। केन्द्रों में जहां फ्रिज का अभाव है, वहीं स्टाफ का अभाव नर्सेज को चकरी बना रहा है। दिन में दर्जनों बार बाहर आकर फ्रिज से दवा ले जानी पड़ रही है।
सआदत अस्पताल में वर्षों से रेडियोलॉजिस्ट का पद रिक्त है। इससे खासकर दुघर्टना के मामले ज्यादा प्रभावित हो रहे है। एक्सपर्ट ऑपीनियन नहीं मिल रही। ऐसे में कई मामले न्यायालय में जाते ही कमजोर साबित हो रहे हंै। सभी अस्पतालों में फायर फाइटिंग सिस्टम (अग्निशमन-प्रणाली) का अभाव है।