इस पर बुजुर्ग सबसे पहले यह कह पाया कि वह भूखा है। ऐसे में चौकी प्रभारी आत्माराम ने भलमानसता दिखाते हुए मैस पर खाना बनवाया और बुजुर्ग को खिलाया। खाना खाने के बाद चौकी प्रभारी आत्माराम ने बुजुर्ग को विश्वास में लेते हुए पूछताछ शुरू की। जब बुजुर्ग की पीड़ा सुनी तो चौकी प्रभारी और वहां मौजूद अन्य पुलिसकर्मी चौंक गए।
पहले तो पुलिसकर्मियों में गुस्सा आ गया, लेकिन उन्होंने काबू रखते हुए बुजुर्ग के परिवाद पर कार्रवाई की। मामला यह था कि घास गांव निवासी 70 वर्षीय बुजुर्ग जगदीश गुर्जर के दो पुत्र भंवरलाल और राजाराम है। जगदीश ने दोनों पुत्रों को जमीन का बटवारा पहले ही कर दिया। अब दोनों ही पुत्र उसे खाना नहीं दे रहे हैं। वह गांव में रिश्तेदारों के भोजन कर लेता है तो भी पुत्र और उनकी पत्नियां रिश्तेदारों से झगड़ा करती है। ऐसे में बुजुर्ग भूखा ही रहने लगा।
चौकी प्रभारी आत्माराम ने बताया कि बुजुर्ग पिता की ओर से दिए गए परिवाद के बाद उन्होंने घास के ग्रामीणों को बुलाया और दोनों पुत्रों को पिता को समय पर खाना देने के लिए समझाया, लेकिन दोनों ही पुत्र नहीं माने। ऐसे में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।