परिवार में आर्थिक हालात खराब होने से कमाने खाने के लिए नाथड़ी के पेट्रोल पंप पर वह सेल्समैन का कार्य 2 महीने से कर रहा था। रविवार शाम को भोजन करके पंप पर नौकरी करने गया था। उसे क्या पता था कि वह अंतिम बार घर से भोजन करके जा रहा है।
उसने बच्चों से कहा था कि वह स्कूल का बैग तथा अन्य जरूरत की सामग्री पंप से मानदेय मिलने पर लाएगा। परिवार में कमाऊ व्यक्ति की मौत हो जाने से परिवार सदमे में है। पिता हादसे की सूचना सुनते ही बेहोश हो गए। वही सगे संबंधी रिश्तेदार सदमे से काफी आहत थे।
उल्लेखनिय है कि नाथड़ी स्थित पेट्रोल पम्प पर रविवार रात लूट के दौरान की गई फायरिंग में घायल हुए एक सेल्समैन ने देर रात दम तोड़ दिया। जबकि दूसरा घायल अस्पताल में भर्ती है। घटना के बाद ही से पुलिस अलर्ट हो गई और नाकाबंदी की, लेकिन आरोपी पकड़ में नहीं आए।
पुलिस ने मौके से बंदूक से चले छर्रे बरामद किए हैं। पुलिस का मानना है कि वारदात को अंजाम बाइक पर आए तीन जनों ने दिया है। आरोपियों ने तीन गोली चलाई थी। घटना के बाद ही पुलिस अधीक्षक योगेश दाधीच भी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली।
उन्होंने टोंक पुलिस उपाधीक्षक हरिप्रसाद सोमानी व निवाई उपाधीक्षक (परिवीक्षा ) प्रियंका के नेतृत्व में टीम गठित की और मामले का जल्द खुलासा करने के निर्देश दिए। सोमवार को अजमेर रेंज पुलिस महानिरीक्षक मालिनी अग्रवाल ने भी घटनास्थल का जायजा लिया।
गौरतलब है कि रविवार रात बाइक पर आए तीन जनों ने पेट्रोल डलवाया। जब सेल्समैन पीतावास निवासी हनुमान गुर्जर व ललवाड़ी निवासी मुनिराज पेट्रोल के रुपए मांगे तो बाइक सवार एक जने फायरिंग कर दी। इसमें दोनों घायल हो गए थे।
उन्हें टोंक के सआदत अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से हनुमान गुर्जर को जयपुर रैफर किया था। उसने जयपुर ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाया तथा सोमवार सुबह पोस्टमार्टम करा परिजनों के सुपुर्द कर दिया। मामले में मालपुरा व निवाई सीओ के अलावा पांच थानों की पुलिस जांच में लगी हुई है।