कार्रवाई का नहीं हैं असर
बजरी के खनन के खिलाफ सख्त कार्रवाई को लेकर एसआइटी टीम गठित हैं। गाहे-बगाहे कार्रवाई भी हो रही हैं, लेकिन सख्ती से कार्रवाई नहीं होने से माफिया में इसका असर दिखाई नहीं पड़ता हैं। माफिया के सुबह ट्रैक्टर पकड़े जाते हैं शाम तक जुर्माना भरकर वापस नदी में पहुंचकर बजरी भरकर परिवहन करना शुरु हो जाते हैं।
हर वाहन के आगेे दौड़ते हैं वाहन
बजरी खनन कर परिवहन करने वाले वाहनों को कार्रवाई से बचाने को लेकर रैकी करने वाली बाइक व कार दौड़ते हैं, जो पुलिस एवं प्रशासन की अपडेट वाहन चालकों तक पहुंचाते रहते हैं। इस तरह बनास नदी से अवैध बजरी भरकर निकलने वाला वाहन विभिन्न थानों व चौकियों को पार करता हुआ राजधानी जयपुर पहुंचने में सफल हो जाता हैं। पीपलू में डिप्टी ऑफिस तथा पुलिस थाना होने के बावजूद मुख्य बस स्टैंड, बगड़ी मार्ग, घाणा चौराहा, नाथड़ी रोड से दिनदहाड़े बेखौफ होकर अवैध बजरी वाहन दौड़ते नजर आते हैं।
यहां हो चुके हादसे
-31 जनवरी 2019 को अवैध बजरी भरकर जा रही ट्रैक्टर ट्रॉली ने पीपलू उपखंड अधिकारी की कार को टक्कर मार दी थी। इससे पूर्व तत्कालीन एसडीओ अर्पिता सोनी की गाड़ी के आगे भी ट्रैक्टर लगा रास्ता रोकने की घटना हुई हैं।
-वहीं 6 दिसंबर 2019 को डोडवाडी में अवैध रूप से बजरी भरकर जा रहे एक ट्रैक्टर चालक ने बाइक सवार दंपती को टक्कर मार दी। .
-11 दिसंबर 2019 को सोहेला में विद्युत तार से एक बिना नंबर के चल रहा डंपर उलझ गया तथा तार सडक़ पर बिखर गए और हनुमान जांगिड़ के बाहर वाला विद्युत पोल भी टूटकर सडक़ पर आ गिरा। गनीमत यह रही कि उस वक्त सडक़ से कोई आवाजाही नहीं हो रही थी अन्यथा बड़ा हादसा घटित हो सकता था।
-18 दिसंबर 2019 को उपखंड क्षेत्र के झिराना-नानेर मार्ग पर डंपर के बिजली के ढीले तारों के छू जाने से करंट दौड़ पड़ा। इससे उसके चालक की मौत हो गई थी।
-2 फरवरी 2020 को बगड़ी में एक तेज रफ्तार अवैध बजरी वाहन ने एक सांड को रौंद दिया था। वहीं कठमाणा में एक तेज रफ्तार डंपर अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराकर नाली में जा घुसा था। -वहीं चौगाई में 11 फरवरी 2020 को एक ट्रेलर ने खंभे को टक्कर मार दी तथा मकान क्षतिग्रस्त हो गया।