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खनन का खेल: बनास में जारी है बजरी का अवैध खनन, शिकायतों पर ही कर रहे हैं कार्रवाई

locationटोंकPublished: Sep 30, 2019 10:36:43 am

Submitted by:

pawan sharma

Illegal mining of gravel : बजरी के अवैध खनन को रोकने के लिए बनी एसआइटी टीम चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात वाली कहावत चरितार्थ करने में लगी है।

खनन का खेल: बनास में जारी है बजरी का अवैध खनन, शिकायतों पर ही कर रहे हैं कार्रवाई

खनन का खेल: बनास में जारी है बजरी का अवैध खनन, शिकायतों पर ही कर रहे हैं कार्रवाई

टोंक. जिला प्रशासन की ओर से अवैध खनन पर गठित की गई टीम की अनदेखी के चलते बनास नदी में फिर से बजरी का अवैध खनन शुरू हो गया है। सर्वाधिक बजरी खनन टोडारायसिंह, निवाई क्षेत्र में हो रहा है। हालांकि टोंक में भी बनास नदी में बजरी का खनन जारी है। दूसरी तरफ चौंकाने वाली बात ये है कि बजरी खनन पर कार्रवाई तब हुई जब शनिवार रात ग्रामीणों समेत लोगों ने खनिज विभाग को काफी देर तक शिकायतें की।
इसके बाद खनिज विभाग की टीम ने टोडारायसिंह पुलिस के सहयोग से बरवास गांव में बजरी से भरे ट्रक को पकड़ा। हालांकि इस बीच दर्जनों वाहन गुजर गए, लेकिन प्रशासन की टीम स्वत: कार्रवाई नहीं कर रही है। छान के समीप बनास नदी में खननकर्ताओं की ओर से एलएण्डटी से बजरी का खनन किया जा रहा है।
रात को इसकी जानकारी ग्रामीणों को लगी तो उन्होंने खनिज विभाग के सहायक अभियंता को फोन किया। इस पर सहायक अभियंता ने टोडारायसिंह पुलिस की मदद से ट्रक को पकड़ा। हालांकि टीम की ओर से बनास नदी में चल रहे खनन पर कार्रवाई नहीं की गई। इधर, निवाई के रम्भा में फिर से खनन शुरू हो गया। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने जिला कलक्टर से की है। इधर, उपखण्ड अधिकारी जगदीश आर्य ने बताया कि अवैध खनन पर कार्रवाई जल्द ही की जाएगी।
पुलिस का जुमला, नहीं आती एसआईटी
दूनी. बीसलपुर बांध से पानी की निकासी कम होने के साथ ही दूनी व घाड़ बनास नदी क्षेत्र में माफिया फिर मशीने चला बजरी खनन कर बनास नदी की कोख छलनी करने में जुटे हैं। स्थानीय पुलिस तो अकेले कार्रवाई नहीं करने का उच्चाधिकारियों का हवाला देकर हाथ बांधे खड़े है। वहीं एसआइटी टीम चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात वाली कहावत चरितार्थ करने में लगी है।
तहसील क्षेत्र में हो रहे अवैध बजरी खनन व परिवहन से सरकार को प्रतिदिन लाखों के राजस्व का फटका लग ही रहा है। साथ ही बजरी भरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों व ट्रकों के बेधडक़ पुलिस व प्रशासन की नाक के नीचे से गुजरने से कई सवाल खड़े होने लगे हैं। उल्लेखनीय है की बांध से पानी की निकासी कम होने के बाद माफिया फिर सक्रिय हो बजरी खनन में लिप्त हो बजरी परिवहन करने में लग गए।
सतवाड़ा, संथली, बंथली, जलसीना, जरेली, नोहन्दपुरा, आमली जगत्या, भरनी बनास तन पर खनन बदस्तूर जारी है। बजरी भरे वाहन बैखोफ राजमार्ग, दूनी बस स्टैण्ड़, घाड़, आवां की सडक़ों पर दौड़ते रहते हैं। ग्रामीणों ने बताया की बजरी वाहनों की गति इतनी तेज होती है कि हमेशा दुर्घटना का खतरा बना रहता है। पहले तो रात के समय बजरी के वाहन निकलते थे, लेकिन अब तो चौबीस घंटे वाहन सडक़ों पर दौड़ते हैं। पुलिस को सूचना दिए जाने पर एक ही जवाब होता है एसआइटी टीम को बताओ। इससे क्षेत्र के ग्रामीणें, वाहन चालकों सहित राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
हम अकेले कुछ नहीं कर सकते
सूचना पर कार्रवाई की जाती है, लेकिन समय पर एसआइटी टीम नहीं पहुंचती। वहीं अकेले कार्रवाई करने का हमारे पास अधिकार नहीं है।
– बाबूलाल टैपण, थानाप्रभारी दूनी

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