इसकी शिकायत मिलने के बाद जिला कलक्टर चिन्मयी गोपाल के निर्देशानुसार बीसलपुर बांध क्षेत्र में मत्स्याखेट पर कार्रवाई की गई। मत्स्य विभाग की टीम एवं गृह रक्षा स्वयंसेवक दल द्वारा बांध बीसलपुर पर मिनी गोवा रावता माता क्षेत्र दाहिनी नहर के पास अवैधानिक मत्स्याखेट में प्रयुक्त होने वाली 12 नाव, 6 अस्थाई अवैध झोपडिय़ां एवं 150 किलो जालों को नष्ट किया है।
कई मंडिय़ों में जाती है मछलियां
बीसलपुर बांध से चोरी की जाने वाली मछलियों को शिकारी कोटा, जयपुर, अजमेर, दिल्ली आदि मंडिय़ों में बेचते हैं। इन दिनों बांध के करीबी क्षेत्र सहित जलभराव के डूब क्षेत्र में आने वाले माताजी रावता, थडोली, माताजी का टीला, नेगडियां पुलिया के पास, नापा का खेडा, डाबर, नासिरदा के निकट, पाडलिया आदि गांवों के करीब से रोजाना सैकड़ों अवैध नावे पानी में दौड़ती नजर आ रही है।
अवैध मछली शिकार के मामले में गत दिनों बिहार के दो युवकों की हत्या भी हो चुकी है। इसी प्रकार बांध में दौड़ती अवैध नावों से पूर्व में कई हादसे हो चुके हैं।
थाने में दर्ज हो मामले, तो रुके आखेट
मत्स्य विभाग यूं तो गाहे-बगाहे कार्रवाई करता है तो उन्हें अवैध नाव व जाल पकड़ में आती है, लेकिन उनका संचालन करने वाले फरार हो जाते हैं। जबकि मत्स्य विभाग यहां डेरा जमाने वालों के खिलाफ थाने में मामला दर्ज नहीं कराती।