जैन समाज के प्रवक्त विमल जौला ने बताया कि विधान के समापन पर श्रद्धालुओं ने श्री जी के समक्ष दीप प्रज्वलित करके पूजा अर्चना की। पं. सुरेश के शास्त्री के मंत्रोचार द्वारा श्रद्धालुओ ने विश्व शान्ति महायज्ञ में आहुतियां दी।
कलशयात्रा में उमड़े श्रद्धालु
गांव बस्सी में संत बालकानंदगिरी के सान्निध्य में बैंड बाजे के साथ कलश यात्रा निकाली गई।
कलश यात्रा कों संत बालकानंद गिरी ने पूजा-अर्चना करके रवाना किया, जिसमें 211 महिलाओं ने सिर पर कलश रखे। श्रद्धालु बाबूलाल पोषवाल ने बताया कि कलश यात्रा गांव के मुख्य मार्गों से होती हुई बैंड बाजे के साथ रवाना हुई। श्रद्धालुओं ने जगह-जगह पुष्प वर्षा करके स्वागत किया।
कलश यात्रा संतोष आश्रम पहुंची। जहां वैदिक आचार्यों द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ स्थापित किया। इस दौरान बाद 5 कुंडों पर आहुतियों के लिए प्रधान कुंड की बोली लगाई गई। जिसमें प्रधान कुंड पर हनुमान परिहार ने आहुति दी पांच कुंडों पर मंत्रोच्चारण के साथ आहुतियां दी। इस दौरान मंत्रोचारण से आस-पास का वातावरण गुंजायमान हो
उठा।