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बारिश के डर ने बढ़ाया अवैध बजरी खनन, दामों में हुई बढ़ोतरी

locationटोंकPublished: Jun 24, 2018 02:05:08 pm

Submitted by:

pawan sharma

बारिश में अधिकांश रास्तों से ट्रक एवं डम्पर नहीं निकल पाते। इसके चलते बजरी तस्करों ने पहले से बजरी के ढेर लगाने शुरू कर दिए हैं।
 

Gravel stock

बारिश आने के बाद बजरी खनन में आने वाली परेशानियों को देखते हुए जगह-जगह बजरी के ढेर लगाकर एकत्रित करना शुरू कर दिया है।

विजय जैन

टोंक. राज्य में मानसून की आहट के चलते बजरी के दाम बढ़ गए है। वहीं बजरी तस्करों ने बारिश आने के बाद बजरी खनन में आने वाली परेशानियों को देखते हुए जगह-जगह बजरी के ढेर लगाकर एकत्रित करना शुरू कर दिया है।
हालांकि 16 नवम्बर से सुप्रीम कोर्ट के आदेश से बजरी खनन अवैध घोषित किया हुआ है, लेकिन कार्रवाई से उजागर आंकड़े आदेश की पोल खोलते नजर आ रहे हैं। जानकारी अनुसार जून के अंतिम सप्ताह में राजस्थान में मानसून प्रवेश करेगा।
ऐसे में बनास नदी की ओर जाने वाले कच्चे रास्तों में पानी भरने, नदी में बजरी गीली होने एवं गड्ढों में पानी भरने से खनन में मुश्किलें बढ़ जाएगी। राज्य के विभिन्न जिलों में पहुंच रही बजरी प्रशासन एवं पुलिस की नजरों से बचने के लिए कच्चे रास्तों में होकर जाती है।
वहीं बारिश में अधिकांश रास्तों से ट्रक एवं डम्पर नहीं निकल पाते। इसके चलते बजरी तस्करों ने पहले से बजरी के ढेर लगाने शुरू कर दिए हैं। ताकि बारिश के समय बजरी के मनमाने दाम लिए जा सके। हालांकि अभी से शहरों ने बजरी तस्करों ने बारिश का डर दिखा बजरी के मनमाने दाम लेने शुरू कर दिए हंै।
दामों में आया उछाल
बजरी तस्करों ने नदी से खनन कर बजरी के अवैध स्टॉक कर लिए है। पिछले दिनों टोडारायसिंह में एक खेत से 1400 मीट्रिक टन बजरी जब्त करने पर इसका खुलासा हुआ था। सूत्रों की माने तो यह बजरी बारिश के दिनों के लिए स्टॉक की जा रही थी।
वहीं गत माह की तुलना में प्रति टन बजरी के भाव में टोंक, जयपुर, अजमेर, भरतपुर, कोटा, बंूदी एवं सवाई माधोपुर में दो सौ से तीन सौ बढ़ चुके है, जो मानसून के चरम पर होने के बाद और बढऩे की संभावना है। इससे भवन निर्माण की लागत में भी इजाफा होगा।

नाकाबंदी में 6 ट्रक व 3 ट्रेलर जब्त
टोडारायसिंह. बजरी खनन व परिवहन पर रोक के बावजूद टोंक से बजरी की तस्करी जयपुर तक ही नहीं अजमेर व नागौर जिले तक हो रही है। इसका खुलासा शुक्रवार रात बजरी से भरे ट्रकों की खेप पकडऩे के बाद चालकों से पूछताछ में हुआ है।
बजरी खनन व परिवहन पर न्यायालय की रोक के बावजूद चार माह से जयपुर शहर व ग्रामीण क्षेत्र में बजरी की तस्करी खुलेआम है। प्रशासन की सख्ती के बीच नागौर व अजमेर जिले में बजरी की आपूर्ति मुश्किल हो गई थी,
लेकिन पिछले दिनों से उक्त जिले के ट्रक व ट्रैलर मालिक बजरी की तस्करी में सक्रिय भूमिका निभाने लगे है। ये ट्रक आपूर्ति के लिए टोडारायसिंह के बाद संवारिया- लाम्बाहिसिंह- अराई मार्ग, डारायसिंह-मालपुरा-पचेवर-दूदू मार्ग का उपयोग कर रहे है।

बजरी के अवैध खनन पर कार्रवाई करते हुए टोडारायसिंह पुलिस ने शुक्रवार रात टोडारायसिंह-मालपुरा मार्ग पर नाकेबंदी के दौरान बजरी भरे तीन ट्रेलर समेत 9 ट्रक जब्त किए है। कार्रवाई के बाद बजरी खननकर्ताओं व ट्रक मालिकों में हडक़म्प मच गया।
थाना प्रभारी उदयसिंह के निर्देश पर खरेड़ा चौकी इंचार्ज किशनलाल व मोर चौकी प्रभारी ओमप्रकाश समेत अन्य पुलिसकर्मियों ने टोडारायसिंह-मालपुरा मार्ग पर स्थित मोर चौकी के सामने नाकाबंदी की।

करीब 11 बजे बाद नाकेबंदी में एक साथ बजरी भरकर ले जा रहे छह ट्रक व तीन ट्रैलरों को रोका गया। तलाशी में रस्सी से बंधे तिरपालों के नीचे बजरी भरी मिली। सभी वाहनों को जब्त कर लिया गया। इसके बाद शनिवार सुबह कार्रवाई के लिए खनन विभाग के सुपुर्द कर मोर चौकी में खड़ा कराया गया।

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