जबकि उपखण्ड़ के अलीगढ़, बनेठा, सोंप, पचाला, ककोड़ के चिकित्सालयों में भी रोगियों की लगातार वृद्धि हो रही है। स्थिति यह है कि चिकित्सालयों में निर्धारित सुबह एवं शाम की पारी का समय पूरा हो जाने के बावजूद मरीज लगातार आते रहते है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सहित अन्य चिकित्सालयों में पिछले दिनों नर्सिग स्टाफ के स्थानान्तरण हो जाने से कई पद रिक्त चल रहे है। आउटडोर में इंजेक्शन लगवाने वाले 100 से अधिक रोगियों पर एक ही नर्सिग स्टाफ होने से चिकित्सालय का समय पूरा होने के 2-3 घंटे बाद तक एक ही कर्मचारी को इंजेक्शन लगाना पड़ता है। आउटडोर में पर्ची काउंटर एवं दवा वितरण केन्द्र पर भी रोगियों की लाइनें लगी रहती है।
इनका कहना है-
वर्तमान में मौसमी बदलाव के चलते रोगियों की संख्या में वृद्धि हो रही है। किसी बीमारी विशेष के प्रकोप की बात नहीं है। मौसम के बदलाव पर प्राय: ऐसा होता है। उपलब्ध नर्सिग स्टाफ से सहनशीलता बरतने की हिदायत देते हुए कार्य संपादित करवाया जा रहा है।- डॉ. रविन्द्र खिंची चिकित्साधिकारी प्रभारी एवं बीसीएमएचओ उनियारा।