भवन निर्माण में काम आने वाली प्रत्येक सामग्री के भाव बढ़ गए हैं। ऐसे में घर बनाना भी मुश्किल होता जा रहा है। सर्वाधिक भाव लोहे पर बढ़े हैं। इसका कारण व्यापारी रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को भी बता रहे हैं। पिछले एक महीने में ही सरिया के दाम 2000 रुपए प्रति ङ्क्षक्वटल तक बढ़ गए हैं।
इसके अलावा प्लास्टिक और ऑयल पेंट समेत कई खाद्य सामग्री के दाम भी पांच से 10 फीसदी तक बढ़ गए हैं।व्यापारियों के मुताबिक फरवरी 2022 से पहले सरिया का भाव 6500 रुपए से 6800 रुपए प्रति ङ्क्षक्वटल चल रहा था। वर्तमान में इसका भाव 8500 से 8900 रुपए प्रति ङ्क्षक्वटल हो गया है। ऐसे में आवास निर्माण में जेब खर्च बढ़ गया है। व्यापारियों के मुताबिक यूक्रेन दुनिया का सातवां सबसे बड़ा लौह अयस्क का उत्पादक देश है। इसका असर लोगों पर पड़ रहा है। दूसरी तरफ सब्जियां भी लोगों के लिए भारी पड़ रही है। नींबू भी दांत खट्टे कर रहा है।
कलर भी पड़ रहा है भारी: व्यापारी विनायक जैन ने बताया कि पहले पानी की टंकियां 2400 रुपए की थी। अब वह 2700 रुपए की हो गई है। पीवीसी पाइप, नल फिङ्क्षटग की सामग्री समेत ऑयल पेंट व कलर में 10 से 15 फीसदी तक की तेजी आ गई। लोहे की अधिकतर वस्तु यूक्रेन से आयात होती रही है। जबकि रंग कलर में तेजी आने का कारण क्रुड की बढ़ती कीमतें मानी जा रही है।
सब्जी भी हो गई महंगी यह हो गए भाव आम-180-अनार-90-अंगूर-90-सेब-150-तरबूज-25-खरबूजा-60-पपीता-40-नारीयल-50-नींबू-240-टमाटर-20-हरीमिर्च-50-आलू-20-ङ्क्षभडी-60-करेला-60-खीरा-30-लौकी-30-टींडा-80-बैंगन-40 ििप्रत किलोग्राम