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बीसलपुर बांध से सिंचाई तो दूर जलापूर्ति पर भी संकट के बादल

locationटोंकPublished: Aug 13, 2018 10:06:55 am

Submitted by:

pawan sharma

अगस्त का दूसरा सप्ताह भी समाप्त होने वाला है और बांध में पानी की आवक बंद है। इससे बांध से जलापूर्ति ही बाधित होने की आशंका बढ़ गई है।
 
 

Bisalpur dam

टोंक. मानसून की मार खेती पर ही नहीं जलापूर्ति के लिए जीवनदायी बने बीसलपुर बांध पर भी पडऩे की आशंका है।

टोंक. मानसून की मार खेती पर ही नहीं जलापूर्ति के लिए जीवनदायी बने बीसलपुर बांध पर भी पडऩे की आशंका है। अभियंताओं के मुताबिक बीसलपुर बांध में पानी की आवक अगस्त के पहले सप्ताह से तेज होती है, लेकिन अब तो दूसरा सप्ताह भी समाप्त होने वाला है और बांध में पानी की आवक बंद है।
इससे बांध से जलापूर्ति ही बाधित होने की आशंका बढ़ गई है। बांध का गेज ये ही रहा तो फसलों के लिए नहरों में छोड़े जाने वाला पानी नहीं दिया जाएगा। वर्तमान गेज के मुताबिक बीसलपुर बांध परियोजना जयपुर, अजमेर तथा टोंक जिले के लिए आपूर्ति महज फरवरी 2019 तक ही की जा सकेगी।
ऐसे में आने वाली गर्मियों में तीन जिलों के शहरों तथा गांवों के लोगों को पानी समस्या से जूझना पड़ सकता है। दूसरी ओर जिन सालों में बांध पूर्ण भराव पर रहा। तब अगस्त के पहले सप्ताह तक बांध का गेज 313 आरएएल मीटर था
लेकिन इस साल अगस्त के दूसरे सप्ताह में रविवार को भी बांध का गेज महज 309. 15 आरएल मीटर है। अभियंताओं का मानना है कि बीसलपुर बांध क्षेत्र के कैचमेंट इलाके भीलवाड़ा, चित्तौडगढ़़, राजसमंद तथा अजमेर जिले में लगातार कई दिनों तक झमाझम बरसात हो तो बीसलपुर बांध में पानी की आवक बन जाएगी।
हल्की बरसात से या फिर कुछ समय तक होने वाली तेज बरसात से बीसलपुर बांध का भरना मुश्किल है। हालांकि अभी भी अभियंताओं का मानना है कि सितम्बर के अंत तक बीसलपुर बांध में पानी की आवक होगी, लेकिन मानसून की वर्तमान स्थिति को देखते हुए लगता है कि बांध का भरना मुश्किल नजर आ रहा है।
यहां हो रही है आपूर्ति
बीसलपुर बांध से तीन जिलों के शहरों तथा गांवों में आपूर्ति की जा रही है। इसमें जयपुर को अभी 465, टोंक को 20 तथा अजमेर जिले को 310 एमएलडी जलापूर्ति की जा रही है। जबकि एक सप्ताह पहले जयपुर को 480, टोंक को 24 तथा अजमेर को 320 एमएलडी जलापूर्ति हो रही थी।
इसमें अभियंताओं का कहना है कि तीनों जिलों में गर्मी कम होने के चलते मांग कम हो गई। इन तीनों जिलों 795 एमएलडी जलापूर्ति की जा रही है। इससे बीसलपुर बांध फरवरी 2019 तक ही इन जिलों की प्यास बुझा सकता है। इसके बाद आपूर्ति नहीं होगी और इन जिलों में 2019 में आने वाली गर्मी से पहले ही पेयजल संकट गहराने की आशंका है।

महज 24 सेमी पानी ही आया
बीसलपुर बांध में अगस्त 2017 तक 324 एमएम बरसात हो चुकी थी। इसमें 5.44 टीएमसी पानी आया था। इस बार कुल 165 एमएम बरसात ही हुई है। ऐसे में महज 24 सेमी पानी की ही आवक हुई है। इससे पहले 2013 में 932 एमएम, 2014 में 1025 एमएम, 2015 में 607 एमएम तथा 2016 में 1000 एमएम बरसात हुई थी।
फिलहाल जलापूर्ति जितना पानी
बीसलपुर बांध में अभी पानी की आवक नहीं हो रही है, लेकिन उम्मीद है कि सितम्बर के अंत तक पानी आएगा। फिलहाल बांध में फरवरी 2019 तक की जलापूर्ति का ही पानी है।
– मनीष बंसल सहायक
अभियंता बीसलपुर बांध परियोजना देवली

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