साथ ही ग्रामीणों को भी इन परिवारों से 14 दिन तक सम्पर्क नहीं करने की हिदायत दी जा रही है चिकित्सा विभाग द्वारा इतनी सतर्कता व पाबंदी किए जाने के बाद भी आईसोलेट किए गए परिवार के लोग इस कोरोना वायरस के प्रकोप की गंभीरता को नजरअंदाज कर खेतों में कार्य करने, राशन की दुकानों पर खाद्य सामग्री लेने की कतारों में लगे रहते है, जिसे लेकर सोमवार को वार्ड नम्बर 23 में एक राशन की दुकान पर आईसोलेट परिवार का सदस्य गेहंू लेने कतार में लगा हुआ था जिसकी सूचना प्रशासन को दिए जाने के बाद तत्काल प्रशासन ने युवक को घर में रहने के लिए पाबंद कर भगाया।
सैलून व चाय के दुकानों पर नोटिस चस्पा
पलाई. लॉक डाउन के बाद भी खुल रही चाय, हेयर कटिंग की दुकानों के मामले में पुलिस-प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए सैलून, चाय व ढाबे की दुकाने नहीं खोलने के लिए दुकानदारों को पाबंद किया। पुलिस प्रशासन ने आखिरी चेतावनी देते हुए चाय व सैलून की दुकानों पर नोटिस चस्पा किया। साथ में कहा कि यदि दुकानें खुली हुई पाई गई तो दुकानदार के खिलाफ नियमानुसार जुर्माना लगाकर सख्त कानूनी कार्रवाई पुलिस प्रशासन द्वारा अमल में लाई जाएगी।
शहरों से गांवों में पलायन बढ़ा
टोडारायसिंह. कोरोना वायरस की रोकथाम के बीच लोगो का शहरो से गांवों की ओर पलायन रूकने का नाम नहीं ले रहा है। इधर, चिकित्सा विभाग ने रविवार को जोधपुर से लोटे भासू निवासी एक संदिग्ध युवक की तबीयत बिगडऩे पर उसे टोंक रैफर किया है।
बीसीएमएचओ डॉ. रोहित डंडोरिया ने बताया कि कार्यवश जोधपुर गया भासू निवासी एक युवक गत २१ मार्च को गांव लौटा था। आइसोलेट के दौरान रविवार को बुखार, खांसी के अलावा सांस में तकलीफ बढऩे लगी थी। इधर, टीम प्रभारी डॉ. पुरुषोत्तम प्रजापत मौके पर पहुंचे जहां हालत गंभीर होने पर उसे प्राथमिक उपचार के बाद टोंक रेफर किया है। इधर, पिछले चौबीस घंटों में क्षेत्र में ५० से अधिक व्यक्तियों को चिह्नित कर जांच कार्रवाई की है। इसके अलावा अब तक ८४३ व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गई है।