read more: बजरी की रैकी करने के आरोप में छह गिरफ्तार, एसआईटी ने पकड़े बजरी से भरे पांच ट्रक कवि सम्मेलन की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप जलाकर व गणपति वंदना के साथ हुई। कवि बुद्धि प्रकाश दाधीच, योगिता चौहान, डॉ. कैलाश मंडेला, अर्जुन अल्लड़, योगेन्द्र शर्मा, सुनील व्यास, देवकरण मेघवंशी, देवेन्द्र प्रताप सिंह, बुद्धिप्रकाश दाधीच ने एक से बढकऱ एक कविताएं प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
डॉ. कैलाश मंडेला ने लगा कुर्सी पर दाग छुड़ाऊं कैसे, खुद को बचाऊं कैसे, सुनाकर भ्रष्टाचार पर व्यंग्य किया। कवियित्री योगिता चौहान ने प्रेम, प्यार, प्रीत श्रंगार की कविताओं व गीतों से श्रोताओं में प्रेमरस की भावना भर दी। अर्जुन अल्लड़ ने वतन से दूर मगर दिल में हिंदुस्तान जिंदा है, जैसे छंद सुनाकर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया।
read more:चाकू की नोक पर जेल प्रहरी ने किया महिला प्रहरी से बलात्कार इसी प्रकार कवि सुनील व्यास ने अपने बेहतरीन अंदाज में हास्य रचनाएं सुनाकर श्रोताओं को हंसा-हंसाकर लोटपोट कर दिया। कवि देवकरण मेघवंशी ने अपने मारवाड़ी अंदाज में बेहतरीन कविताओं से श्रोताओं को खूब गुदगुदाया। मंच संचालनकवि बुद्धिप्रकाश दाधीच ने किया।
विहिप के प्रखण्ड अध्यक्ष कृष्णगोपाल शर्मा ने बताया कि इस दौरान नगरपालिका उपाध्यक्ष जितेन्द्र चौधरी, पुलिस उपाधीक्षक नानगराम मीना, थाना प्रभारी नरेश कुमार, जसवंत सिंह चौहान, सुरेन्द्र डिडवानिया, अशोक दूबे, इन्द्रप्रकाश पाण्डेता सहित महोत्सव समिति से जुड़े कार्यकर्ता व पदाधिकारी मौजूद रहे।