राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बहीर में आयोजित प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सीईओ देशलदान ने कहा कि मिशन प्रेरणा अराईज का मुख्य उद्देश्य यह है कि जिले में एक भी बालक-बालिका शिक्षा से वंचित नहीं रहे। ताकि शिक्षा पर हर बच्चें का अधिकार की संकल्पना को साकार किया जा सके। उन्होंने कहा कि हर माता-पिता की इच्छा होती है कि उनकी संतान उनसे बेहतर स्थिति में जीवन जिए। यह शिक्षा से ही संभव है। सीईओ ने शिक्षकों, अभिभावकों, जनप्रतिनिधियों को शिक्षा से वंचित बच्चों को स्कूल से जोडऩे एवं उनकी नियमितता पर विशेष ध्यान देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जिले में सभी बच्चे शिक्षा प्राप्त करें यह सभी के सामूहिक प्रयासों से ही संभव है।
कार्यवाहक मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी रामनिवास शर्मा ने कहा कि बच्चों को शिक्षा से जोडऩे के लिए मिशन प्रेरणा अराईज में हाउस होल्ड सर्वे किया जाएगा। इसमें सर्वेयर, सुपरवाइजर एवं संस्था प्रधान की जिम्मेदारी महत्वपूर्ण रहेगी। इसके लिए जिला स्तर पर एक सर्वे प्रपत्र तैयार किया गया है। समसा के एडीपीसी रमेश ङ्क्षसह ने कहा कि इस सर्वे के माध्यम से अनामांकित एवं ड्रॉप आउट बच्चों का नामांकन तथा विद्यालय में बालक-बालिकाओं का ठहराव भी किया जाएगा। साथ ही जिला प्रशासन द्वारा निरंतर इसकी मॉनिटङ्क्षरग की जाएगी।
प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में सीबीईओ टोंक सीताराम गुप्ता, एसीपी श्योराम मीना, संस्था प्रधान जमील अहमद, विद्यालय स्टॉफ सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं वार्ड वासी मौजूद रहे। मंच संचालन प्रदीप पंवार ने किया। इससे पहले सीईओ देशलदान ने प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में आलिया एवं मुबीना को माला पहनाकर एवं प्रवेश फॉर्म तथा शिक्षिका राहत परवीन एवं रेणू कुमारी को सर्वे प्रपत्र देकर मिशन प्रेरणा अराईज की शुरुआत की। इस दौरान वार्डवासी नूर एवं अशरफ ने वर्तमान समय में शिक्षा की महत्ता पर विचार व्यक्त किए।