scriptसांसारिक मोह माया को छोड़ अदिति ने पकड़ी वैराग्य की राह, पीपाड़ में होगी दीक्षा | Leaving worldly attachment to Maya, Aditi caught the path of detachmen | Patrika News

सांसारिक मोह माया को छोड़ अदिति ने पकड़ी वैराग्य की राह, पीपाड़ में होगी दीक्षा

locationटोंकPublished: Nov 23, 2021 12:22:58 pm

Submitted by:

Vijay

अलीगढ़ में 25 नवम्बर को निकलेगा वरघोड़ा: प्रदेश भर से होंगे लोग शामिल, बीएससी द्वितीय वर्ष की है छात्रा

सांसारिक मोह माया को छोड़ अदिति ने पकड़ी वैराग्य की राह, पीपाड़ में होगी दीक्षा

सांसारिक मोह माया को छोड़ अदिति ने पकड़ी वैराग्य की राह, पीपाड़ में होगी दीक्षा

टोंक. जब सांसारिक मोह माया व राग द्वेष से विरक्त होने का भाव मन में उत्पन्न होता है तो मनुष्य वैराग्य की ओर अग्रसर हो जाता है। इस राह में आने वाली बाधाएं भी उसे मामूली सी लगने लगती है। कुछ ऐसा ही भाव अलीगढ़ की 27 वर्षीय अदिति जैन(पम्मी) को भी विगत वर्षों में हुए और उसने वैराग्य की ओर कदम बढ़ाने शुरू कर दिया।
धार्मिक परिवार व आचरण में पली बढ़ी अदिति को करीब 9 वर्ष पूर्व से ही सांसारिक वस्तुओं से मोह भंग होने लगा।
इसका अहसास परिवार जनों को भी हुआ। करीब तीन वर्ष पहले भी अदिति से मां निशा जैन- कपड़ा व्यवसाय पिता महेन्द्र बजाज व परिवार जनों के सम्मुख सांसारिक जीवन छोड़ धर्म पथ पर अग्रसर हो जाने के भाव प्रकट किए, लेकिन परिवार में कोई भी इस स्थिति के लिए तैयार नहीं हुआ, लेकिन इसके बाद भी अदिति की दृढ़ शक्ति व धर्म के प्रति रूचि देख माता-पिता व परिवारजन भी मान गए। 25 नवम्बर को अलीगढ़ में दीक्षार्थी अदिति का वरघोड़ा निकाला जाएगा। वहीं 9 दिसम्बर को आचार्य प्रवर हीराचन्द्र के सान्निध्य में पीपाड़ सिटी में दीक्षा दी जाएगी।
यह है जीवन परिचय
अदिति का जन्म ननिहाल कोटा में 22 मार्च 1994 को हुआ। अलीगढ़ में स्थानक भवन के पास घर होने से पालन-पोषण धार्मिक वातावरण में हुआ एवं संतों का सान्निध्य भी मिला। वहीं प्रारम्भिक जीवन से सामायिक व प्रतिक्रमण करना शुरू कर दिया। बीएसएसी सेकण्ड ईयर की छात्रा अदिति खेल-कूद व डांस में रूचि होने के बावजूद नियमित रूप से अध्यात्म के प्रति रूचि बरकरार रही। अदिति में अखिल भारतीय श्री जैन रत्न आध्यात्मिक शिक्षण बोर्ड की ओर आयोजित परीक्षा द्वितीय स्थान प्राप्त कर धर्म क्षेत्र में लोहा मनवाया। अदिति को अब तक एक दर्जन से अधिक ग्रन्थ कंठस्थ हो चुके है। परिवार में माता-पिता के अलावा दो बड़ी बहन अंशिमा-ज्योत्सना, एक छोटा भाई इंजीनियर आकांश, चाचा नरेन्द्र-चाची रीना एवं दादी रतनी देवी है।
घर-घर हो रहा अभिनन्दन
दीक्षार्थी अदिति के चाचा नरेन्द्र जैन ने बताया कि कस्बे में करीब एक पखवाड़े से घर-घर स्वागत सत्कार किया जा रहा है। वहीं उसके माता-पिता का भी सम्मान किया जा रहा है। अदिति का अब तक कोटा-इंदौर सहित एक दर्जन से अधिक शहरों में वरघोड़ा निकाला जा चुका है।
तैयारियों में जुटा जैन समाज
अलीगढ़ के सवाईमाधोपुर रोड स्थित मैरिज गार्डन में 24 नवम्बर को भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। वहीं 25 को सुबह साढ़े आठ बजे से स्वं निवास से वरघोड़ा शुरू किया जाएगा। साढ़े दस बजे मैरिज गार्डन में अभिनन्दन समारोह, सवा बारह बजे गौतम प्रसादी एवं दोपहर डेढ़ बजे रक्षा बंधन की रस्म निभाई जाएगी एवं 30 नवम्बर को दीक्षा के लिए कस्बे से विदाई दी जाएगी।
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