read more:विवाहिता से रेप और नाबालिग बेटी से ज्यादती के आरोपी की सरेआम धुनाई, वीडियो वायरल बनास किनारे बोटूंदा, कंवरावास, मोरभाटियान, छाणबाससूर्या, बरवास, चूली, पालड़ा समेत आसपास क्षेत्र में खनन कर बजरी का स्टॉक करने में लगे है। स्थिति यह है कि खनन से जुड़े लोग बनास किनारे छिछले क्षेत्र से बजरी खनन शुरू कर दिया है।
सूत्रों के अनुसार बजरी माफिया कार्रवाई से बचने के लिए निजी खाते की भूमि के स्थान पर सरकारी भूमि का ही उपयोग करते है। जहां दिन के उजाले में जंगी बिलायती बंबूलों की आड में ट्रैक्टर ट्रॉलियों से खुले आम चूली, बोटूंदा समेत अन्य क्षेत्र स्थित सरकारी भूमि (चारागाह व सिवायचक भूमि) पर बजरी का स्टॉक कर रहे है, वही रात के अंधेरे में ट्रोले व डंपरों के माध्यम से जयपुर व अन्य क्षेत्र में परिवहन करवां रहे है।
read more:अशोक गहलोत सरकार का बड़ा कदम, पूर्व मंत्रियों पर लगाया भारी जुर्माना, भेज दिए ऐसे नोटिस इधर, सरकारी भूमि का दूरुपयोग होने के बावजूद प्रशासन बैखबर है। पंचायत क्षेत्र की भूमि व सबंधित व्यक्तियों को चिह्नित नहीं करने बजरी माफिया के हौसले बुलंद है। तहसीलदार मनमोहन गुप्ता ने बताया कि बजरी खनन व परिवहन पर कार्रवाई के दौरान एसआईटी ने बोटूंदा क्षेत्र स्थित वनभूमि, चारागाह व खाते की भूमि पर बजरी के स्टॉक को सीज कर निगरानी में रखा है।
read more:पांच साल शक्ल नही दिखाई, अब वोट मांगने कैसे जाएंगे भाई, आधे से ज्यादा को वार्ड बदलने की याद आई इसके अलावा एक दर्जन से अधिक स्थानों पर एकत्रित बजरी का स्टॉक करने के मामले में सबंधित चिह्नित व्यक्तियों में तीन खातेदार समेत अन्य के खिलाफ खनिज विभाग को मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए है।